India-China Border Dispute: लद्दाख क्षेत्र में लंबे समय से भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद को सुलझाने में बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। भारतीय और चीनी सैनिकों ने गोगरा-हॉट स्प्रिंग पेट्रोलिंग पाइंट 15 (PP-15) के क्षेत्र से पीछे हटना शुरू कर दिया है। गुरुवार (8 सितंबर 2022) को भारत-चीन कोर कमांडर स्तर की बैठक के 16वें दौर में बनी सहमति के अनुसार ये कदम उठाया गया है। जिसके बाद दोनों देशों ने संयुक्त बयान जारी कर इस बारे में जानकारी दी है।
गुरुवार को जारी संयुक्त बयान के अनुसार, “8 सितंबर 2022 को, भारत-चीन कोर कमांडर स्तर की बैठक के 16 वें दौर में बनी आम सहमति के अनुसार, गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स (PP-15) के क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों ने समन्वित और योजनाबद्ध तरीके से हटना शुरू कर दिया है, जो सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता के लिए अनुकूल है।”
8 सितंबर को दोनों देशों की ओर से जारी साझा बयान में कहा गया है कि इस पॉइंट से दोनों देशों की सेनाएं योजनाबद्ध तरीके से पीछे हटेंगी। इससे पहले फरवरी 2021 में पेंगोंग लेक और उसी साल अगस्त में गोगरा हॉट स्प्रिंग के पेट्रोलिंग पॉइंट 17 से दोनों देशों की सेनाएं पीछे हटी थी।
16वें दौर की बातचीत के बाद बनी सहमति: 16वें दौर की बैठक 17 जुलाई 2022 को हुई थी। जब भारतीय और चीनी सेनाओं ने एक डिवीजन कमांडर-स्तरीय बैठक की, जहां उन्होंने लद्दाख सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर शांति बनाए रखने से संबंधित मामलों पर चर्चा की थी। बैठक में दोनों पक्ष संपर्क में रहने और सैन्य एवं राजनयिक माध्यमों की मदद से बातचीत बनाए रखने और शेष मुद्दों के स्वीकार्य समाधान पर जल्द से जल्द काम करने पर सहमत हुए थे।
इससे पहले, भारत और चीन ने चीनी वायु सेना द्वारा हवाई क्षेत्र के उल्लंघन को संबोधित करने के लिए चुशुल सेक्टर में बातचीत की थी, जहां भारत ने चीन को किसी भी दुस्साहस के खिलाफ चेतावनी दी थी।
अप्रैल-मई 2020 में चीनी सेना द्वारा कई क्षेत्रों में सीमा का उल्लंघन करने के बाद से भारत और चीन के बीच गतिरोध बना हुआ है। हाल ही में विदेश मंत्री एस। जयशंकर ने कहा था कि भारत और चीन के बीच संबंध बहुत कठिन दौर से गुजर रहे हैं। मई 2020 में जब दोनों देशों की सेनाओं के बीच गतिरोध बढ़ा था तब से भारत-चीन के सैनिकों को पैट्रोलिंग पॉइंट 15 के पास एक दूसरे के विपरीत तैनात हैं।