संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में चीन के खिलाफ वोटिंग से नदारद रहने के लिए बीजेपी के पूर्व सांसद ने पीएम मोदी पर फिर से कटाक्ष किया है। सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि वैसे मोदी सरकार के कामों में कोई दखल नहीं दे सकता। लेकिन चीनी राष्ट्रपति उन्हें लगातार ब्लैकमेल कर रहे हैं।
स्वामी इससे पहले भी चीन को लेकर पीएम मोदी पर कई बार निशाना साध चुके हैं। LAC पर चीनी घुसपैठ को लेकर वो यहां तक कह चुके हैं कि भारत जिनपिंग से डरकर बैठा है। चीन ने हमारे कई इलाकों पर कब्जा कर लिया है लेकिन मोदी चीन का नाम तक लेने से डरते हैं। स्वामी का कहना है कि मोदी की चुप्पी से साफ है कि वो चीन की ब्लैकमेलिंग के शिकार हो रहे हैं।
UNHRC में उइगर मुसलमानों के मामले में हुई वोटिंग के दौरान भारत ने मतदान नहीं किया था। शिनजियांग में मानव अधिकार की स्थिति को लेकर चीन के खिलाफ प्रस्ताव पर मतदान किया गया था। भारत और 10 अन्य देशों के मतदान नहीं करने से चीन के खिलाफ लाया गया प्रस्ताव खारिज हो गया।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने कहा कि उइगर मामले में मानवाधिकारों की स्थिति पर बहस करने के लिए लाए गए मसौदा प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया है। मानवाधिकार समूह चीनी प्रांत में मानवाधिकार हनन की घटनाओं को लेकर चिंता जताते रहे हैं। उनका आरोप है कि चीन ने 10 लाख से ज्यादा उइगरों को हिरासत में रखा है।
संयुक्त राष्ट्र में ये प्रस्ताव कनाडा, डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे, स्वीडन, यूके और यूएसए की तरफ से पेश किया गया था। चीन के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव के खारिज होने को पश्चिम के लिए झटका माना जा रहा है। UNHRC के 47 सदस्य देशों में से 17 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया और 19 सदस्यों ने इसके खिलाफ मतदान किया. वहीं 11 सदस्यों ने मतदान में भाग नहीं लिया। इनमें भारत भी शामिल रहा।