15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एनडीए सरकार एक बड़ा कार्यक्रम बनाने की योजना बनी रही है। चार रात चलने वाले इस सामारोह के माध्यम से पूरे देश में देशभक्ति का भाव जगाया जाएगा साथ ही आम लोगों को भी इस सामारोह से जोड़ने की कोशिश की जाएगी। पिछले साल की तरह ही 1 अगस्त से देश भर में सर्विस बैंड और रक्षा उपकरणों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी जो 14 अगस्त तक चलेगी। 15 अगस्त को प्रधानमंत्री लाल किले से तिरंगा फहराएंगे और भाषण देंगे।
इस बार बीजेपी सरकार स्वतंत्रता दिवस को गणतंत्र दिवस की तरह ही मनाने की योजना बना रही है। केंद्र सरकार इस सामारोह में राज्य सरकार को भी जोड़ने का प्रयास कर रही है। कोशिश है कि स्वतंत्रता दिवस पर बिना सैन्य परेड के राज्यों पर आधारित उसी प्रकार की झांकी निकाली जाए जैसी गणतंत्र दिवस पर निकाली जाती है।
सरकारी पत्र के अनुसार, ” गणतंत्र दिवस 2016 के सामारोह के तर्ज पर ही इस सामारोह में राज्यों की झांकी और लोगों की बड़ी मात्रा में भागीदारी का प्रयास किया जाएगा।” अगस्त 12 से 15 तक राज्य सरकारों को फूड फैस्टिवल और हैंडिक्राफ्ट स्टॉल लगाने की अनुमति दी जाएगी। इसके अतिरिक्त सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय की योजना है कि इन दिनों पर देशभक्ति की फिल्मों को स्क्रीन के माध्यम से लोगों को दिखाया जाए।
रक्षा मंत्रालय जो मुख्य तौर पर गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस सामारोह का आयोजन कराता है। उनकी योजना है कि कनाट प्लेस और दिल्ली स्थित सरकारी इमारतों और प्रमुख चौराहों को इस मौके पर सजाया जाए हालांकि सुरक्षा कारणों से लाल किले के पास हवाई परेड और राजपथ पर आतिशबजी की इजाजत नहीं दी गई है।

