कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वाधीनता दिवस संबोधन को ‘‘बेहद निराशाजनक’’ करार देते हुए आज कहा कि उन्होंने अपनी सरकार की विफलताओं और अधूरे वादों का उल्लेख नहीं किया, वहीं वाम एवं अन्य विपक्षी दलों ने कहा कि उसमें कुछ भी खास नहीं था। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि मोदी ने गोरखपुर त्रासदी की अन्य प्राकृतिक आपदाओं से तुलना करते समय बच्चों के मारे जाने की घटना के बारे में कोई संवेदनशीलता नहीं दिखायी। उन्होंने कहा कि किसी ने भी प्रधानमंत्री को कश्मीरियों से गले मिलने या समास्या का समाधान निकालने को नहीं रोका है।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री का स्वाधीनता दिवस पर संबोधन बहुत ही निराशाजनक रहा। तीन साल के बाद उनके लिए यह समय था कि वह अपनी सरकार द्वारा लोगों विशेषकर युवाओं, किसानों एवं कमजोर वर्गों से किये गये वादों को पूरा करने में अपनी विफलताओं का उल्लेख करें।’’ कश्मीर के बारे में शर्मा ने कहा, ‘‘कश्मीरियों को गले लगाने से हमने उन्हें नहीं रोका है। उन्हें सभी वर्गों से बात करनी चाहिए और राष्ट्र एवं कश्मीर में आम सहमति कायम करनी चाहिए। सभी को शामिल करने का प्रयास होना चाहिए। ’’ शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने गोरखपुर घटना के प्रति कोई संवेदनशीलता नहीं दिखायी तथा वह इस बात की गंभीरता नहीं समझ रहे कि लापरवाही भरे रवैये के कारण गोरखपुर में बड़ी संख्या में बच्चों की मौत हो गयी।

भाकपा के राष्ट्रीय सचिव डी राजा ने कहा कि मोदी के भाषण में कुछ ही खास नहीं था। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री विवाद के हल के लिए कश्मीरियों को गले लगाने की बात कर रहे थे तब उनकी बात में विश्वास नहीं झलक रहा है। राजा ने कहा, ‘‘वे :सरकार: विवाद का हल निकालने के लिए सैन्य समाधान चाहते हैं। दूसरी तरफ वह गोली और गाली का प्रयोग नहीं कर बल्कि कश्मीरियों को गले लगाकर विवाद का हल निकालने की बात करते हैं। उन्होंने जो कहा उसमें कोई विश्वास नहीं झलक रहा था।’’ नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘वास्तव में उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दे का समाधान गोली या गाली से नहीं हो सकता है। मेरा अनुमान है कि इसमें दोनों पक्ष … आतंकवादी एवं सुरक्षा बल, आ जाते हैं।

उमर ने कहा, ‘‘गोली एवं गाली के बिना उन टीवी न्यूज स्टूडियो का क्या होगा जो सभी कश्मीरियों के खिलाफ इन हथियारों को तैनात करने के विशेषज्ञ हैं।’’ नोटबंदी के बारे में उमर ने कहा, ‘‘यह स्वागतयोग्य खबर है। इसका यह अर्थ आरबीआई नोटबंदी वाले नोटों की गिनती का काम पूरा कर तीन लाख करोड़ रूपये के पक्के आंकड़े पर पहुंच गया है। बहुत शानदार। ’’ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘भय से मुक्ति, धर्मान्धता से मुक्ति, घृणा से मुक्ति, असमानता से मुक्ति होनी चाहिए। प्रेम एवं करूणा सब जगह होनी चाहिए। जय हिन्द।’’