आयकर विभाग ने शुक्रवार को आध्यात्मिक गुरु काल्कि भगवान के कई ठिकानों पर छापेमारी की। इस छापेमारी में आयकर विभाग के अधिकारियों को 500 करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति का पता चला है। खास बात ये है कि इस अघोषित संपत्ति में 409 करोड़ रुपए की नकदी की रसीदें भी मिली हैं। इस छापेमारी में आयकर विभाग ने 43.9 करोड़ रुपए नकद और 18 करोड़ रुपए की कीमत वाली विदेशी मुद्रा भी बरामद की है। आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी के दौरान कुल 93 करोड़ रुपए की संपत्ति को सीज किया गया है। जिसमें गोल्ड और डायमंड की ज्वैलरी भी शामिल है।

आयकर विभाग की छापेमारी में पता चला है कि ग्रुप द्वारा टैक्स वाली आय को टैक्स में छूट देने वाले देशों में ऑफशोर कंपनियों में निवेश किया गया था। आयकर विभाग ने काल्कि भगवान के 40 परिसरों पर छापेमारी की। ये ठिकाने आध्यात्मिक गुरु द्वारा संचालित ट्रस्ट और कंपनियों से संबंधित हैं। बता दें कि आध्यात्मिक गुरु काल्कि भगवान वैलनेस कोर्स का संचालन करते हैं और Oneness Philosophy के जनक माने जाते हैं।

आयकर विभाग ने चेन्नई, बेंगलुरु और वारादेईपालेम में स्थित काल्कि भगवान और उनकी ट्रस्ट के ठिकानों पर छापेमारी की। काल्कि भगवान के वैलनेस कोर्स के कई ग्राहक विदेशी हैं, इसलिए छापेमारी में बड़ी संख्या में विदेशी मुद्रा प्राप्त हुई है। आयकर विभाग को गुप्त सूचना मिली थी ग्रुप द्वारा अपनी प्राप्तियों को विदेशों में निवेश किया जा रहा है। साथ ही आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में संपत्ति भी खरीदी गई है। इसके बाद ही आयकर विभाग ने छापेमारी की।

इन्कम टैक्स की छापेमारी में 88 किलोग्राम सोने के आभूषण, जिनकी कीमत करीब 26 करोड़ आंकी गई है। साथ ही 5 करोड़ की कीमत के डायमंड भी सीज किए गए हैं। जांच में पता चला है कि चीन, अमेरिका, सिंगापुर और यूएई स्थित कंपनियों में ग्रुप द्वारा अपनी प्राप्तियों का निवेश किया गया। बता दें कि टैक्स विभाग ने काल्कि भगवान का नाम नहीं लिया है और उन्हें ‘वननैस फिलोसॉफी’ वाले आध्यात्मिक गुरु बताया है।