भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी दशकों से भारतीय राजनीति में अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते रहे हैं। कई बार उन्होंने अपनी पार्टी का भी विरोध किया है। इंडिया टीवी के शो आप की अदालत में एक बार रजत शर्मा ने उनसे सवाल किया कि आप सबको पाठ पढ़ाते रहते हैं, आपको भी तो कोई नैतिकता का पाठ पढ़ा सकता है? जवाब देते हुए स्वामी ने कहा कि बिल्कुल पढ़ा सकता है।
साल 2012 में आपकी अदालत शो में स्वामी येदियुरप्पा का बचाव कर रहे थे। इसी सवाल जवाब के दौरान रजत शर्मा ने कहा कि आप सबको पाठ पढ़ाते हैं आपको भी तो कोई पढ़ा सकता है। स्वामी ने कहा कि मेरे गुरु, देश के जो साधु संत हैं वो हमें जरूर पढ़ा सकते हैं नैतिकता। मैं उनकी बात सुनता भी हूं। मैं अपने आप को सर्वज्ञानी नहीं समझता हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं बाबा रामदेव को बहुत मानता हूं।
स्वामी ने कहा कि बाबा रामदेव ने देश के योग को विदेश में भी चमकाया है। वो कर्मयोगी हैं। एक हिंदुस्तानी होने के नाते मैं गर्व करता हूं कि मैं उन्हें जानता हूं। रजत शर्मा ने स्वामी से सवाल किया कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह कहते हैं कि बाबा रामदेव, बाबा कम हैं और व्यापारी ज्यादा हैं। स्वामी ने जवाब दिया कि मेरा मानना है कि दिग्विजय सिंह आदमी कम है और जानवर ज्यादा है।
एंकर ने सवाल किया कि बाबा रामदेव पर आरोप है कि उन्होंने पांच करोड़ रुपये का टैक्स जमा नहीं करवाया है। विदेशों में वो पैसा लेकर गए हैं? सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि ये सभी बातें हवा में है। टैक्स की बातें मैंने पता भी किया है वो कोर्ट में जीत गए हैं।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि बाबा रामदेव ने अपने लिए कुछ भी नहीं किया है। ये आरोप लगाना इनकी आदत है। लेकिन रामदेव ने राष्ट्र की बहुत सेवा की है। लगाए गए आरोप गलत है।