इंडिया टूडे के साथ बात करते हुए एक बार प्रशांत किशोर ने कहा कि I-PAC कोई बिजनेस नहीं है। एकंर ने उनसे सवाल किया कि अगर बिजनेस नहीं है तो क्या है? प्रशांत किशोर ने कहा कि बिल्कुल नहीं है बिजनेस। आपको पता होगा कि ये मेरी कंपनी नहीं है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि मैंने कई बार कहा है कि I-PAC में मेरा कुछ भी नहीं है। मैं उसका शेयर होल्डर भी नहीं हूं। एंकर ने पूछा कि अगर बिजनेस नहीं है तो क्या है? उन्होंने कहा कि यह युवाओं के लिए एक प्लेटफॉर्म है जहां आकर वो काम करते हैं। आपको लगता होगा कि ये क्यों कर रहे होंगे? पैसे के लिए कर रहे होंगे। पैसे नहीं तो राज्यसभा जाना चाहते होंगे। राज्यसभा नहीं जाना चाहते होंगे तो कोई पोस्ट चाहते होंगे। ये उससे बढ़कर कुछ है। जब एंकर ने पूछा कि क्या है, तो उन्होंने कहा कि मैं ये किसी और दिन बताऊंगा।
साथ ही उन्होंने कहा कि मैं जो कर रहा हूं उससे काफी खुश हूं। एंकर ने पूछा कि क्या सोचते हैं 10-15 साल बाद जब मोदी जी जाएंगे तो प्रशांत किशोर आएंगे? प्रशांत किशोर ने कहा कि हम बहुत ही छोटे लोग हैं। मेरी अभी कोई राजनीतिक दल नहीं है। यह बहुत दूर की बात है। जब उनसे पूछा गया कि आप को लगता है कि कोई आपसे इस काम में बेहतर है? उन्होंने कहा कि बंगाल इस बात को तय करेगा। यह इंटरव्यू बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले लिया गया था।
इसी तरह करन थापर ने एक इंटरव्यू के दौरान प्रशांत किशोर से उनके विचारधारा पर सवाल पूछ लिया। उन्होंने कहा था कि हो सकता है आज आप शिवसेना के साथ काम करें और कल ममता बनर्जी के लिए करने लगें। आखिर आपकी विचारधारा क्या है?
इसपर प्रशांत किशोर ने कहा था यहां तो राजनेता भी अपनी पार्टी बदलते रहते हैं। ऐसे में जनता को भी अधिकार है कि वह विचारधारा बदल सके। उन्होंने खादी की बात करते हुए कहा कि इसका इस्तेमाल विचारधारा के नाम से सबसे खराब तरीके से किया गया है। उन्होंने कहा, एक पार्टी के नेता के तौर पर एक शख्स के अपने कुछ मानक हो सकते हैं, जिनके आधार पर वह फैसला करता है।