Lok Sabha Elections Result: लोकसभा चुनाव 2024 का ऐलान होना बाकी है लेकिन बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी इस चुनाव में जीत के लिए आश्वस्त दिखाई दे रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस चुनाव के लिए दावा किया है कि उनकी पार्टी बीजेपी 370 से ज्यादा विधानसभा सीटें जीतेगी जबकि एनडीए की सीटों का आंकड़ा 400 के पार होगा।
पीएम नरेंद्र मोदी का यह दावा हकीकत में तब्दील होगा या नहीं, यह तो चुनाव परिणाम ही बताएंगे। लोकसभा चुनाव 2019 में 303 सीटों पर जीत करने वाली बीजेपी को अगर आगामी चुनाव में 370 सीटें जीतनी हैं तो उसे ऐसी सीटों पर भी विजय परचम फहराना होगा, जहां उसे पिछले तीन लोकसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है।
देश में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में ऐसी दो ऐसी लोकसभा सीटें हैं, जहां पिछले तीन लोकसभा चुनाव में न तो बीजेपी और न ही उसका कोई सहयोगी दल जीत हासिल कर पाया हो। यूपी की जिन दो लोकसभा सीटों की बात हम कर रहे हैं, उनके नाम हैं- रायबरेली, मैनपुरी। रायबरेली से इस समय सोनिया गांधी सांसद हैं जबकि मैनपुरी का संसद में प्रतिनिधित्व समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव कर रही हैं।
आइए नजर डालते हैं इन दोनों लोकसभा सीटों के चुनाव परिणामों पर
रायबरेली लोकसभा सीट
सोनिया गांधी पिछली चार बार से लगातार इस सीट पर जीत दर्ज कर चुकी हैं। इस सीट पर आखिरी बार बीजेपी ने साल 1998 में जीत दर्ज की थी। इस बार सोनिया गांधी राजस्थान से राज्यसभा जा रही हैं, इसलिए बीजेपी को उम्मीद है कि उनकी गैर-मौजूदगी में वह यहां बड़ा उलटफेर करने में कामयाब रहेगी। साल 2009 में सोनिया गांधी ने साढ़े तीन लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की थी। साल 2014 में मोदी लहर के बाद भी वह साढ़े तीन लाख वोटों से जीती थीं और पिछले लोकसभा चुनाव में 1,67,172 वोटों से जीत हासिल की थी। कयास लगाए जा रहे हैं कि सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी रायबरेली सीट से अपनी चुनावी सियासत का आगाज कर सकती हैं।
मैनपुरी लोकसभा सीट
यूपी की इस लोकसभा सीट को सपा का गढ़ माना जाता है। साल 1996 से यहां सपा का परचम लहरा रहा है। सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव इस सीट से 5 बार सांसद चुने जा चुके हैं। 2009 में उन्होंने यहां ढाई लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की। 2014 की मोदी लहर में यहां हुए चुनाव में भी उन्होंने यहां तीन लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की। पिछले लोकसभा चुनाव में वह यहां कड़े मुकाबले में 90 हजार से ज्यादा वोटों से जीतने में सफल रहे। 2019 में सपा और बसपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था। इस समय इस सीट का प्रतिनिधित्व डिंपल यादव कर रही हैं।