अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में छुट्टी के दिन रविवार को भारत मंडपम परिसर में काफी भीड़ देखने को मिली। यही नहीं व्यापार मेला घूमने आए परिवारों ने यहां पिकनिक मनाई और जमकर खरीदारी का मजा लिया। हाल यह था कि राज्यों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए बनाए गए खुले रंगमंच जहां खचाखच भरा दिखाई दिया। वहीं लोग राज्यों के खाद्य पवेलियन में हर राज्य के पकवान का जमकर लुत्फ लेते भी दिखाई दिए।
भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आइटीपीओ) के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रविवार को व्यापार मेले की आनलाइन 85,000 हजार टिकट बिकी, वहीं आफलाइन 9,500 टिकट बिकी। साथ ही उत्तराखंड व बिहार दिवस होने की वजह से हजारों की संख्या में लोग पास व निमंत्रण पत्र लेकर आए थे। रविवार को मेले में करीब डेढ़ लाख लोग पहुंचे। बता दें कि रविवार को उत्तराखंड व बिहार दिवस होने की वजह से दिल्ली में रहने वाले उत्तराखंड व बिहार के लोग बड़ी संख्या में व्यापार मेला पहुंचे थे।
जहां उत्तराखंड पवेलियन का अवलोकन करने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राज्यमंत्री अजय टमटा आए थे, वहीं बिहार पवेलियन का अवलोकन पर्यटन-उद्योग मंत्री नीतिश मिश्रा ने किया। नीतिश मिश्रा ने इस दौरान आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि बिहार पवेलियन राज्य की सांस्कृतिक विरासत और औद्योगिक प्रगति का जीवंत प्रदर्शन कर रहा है और तेजी से आगे बढ़ रहा है।
वहीं बिहार दिवस पर राज्य के प्रख्यात लोक कलाकारों द्वारा कजरी, मगही, ठुमरी, और सोहर जैसी विधाओं से दर्शकों का मनोरंजन किया गया। जबकि राज्य खाद्य पवेलियन में बिहार के मिस्टर लिट्टीवाला पर भारी भीड़ देखने को मिली। अधिकारी ने बताया कि लिट्टी-चोखा के साथ अनरसा, खाजा आदि को भी लोग बहुत पसंद कर रहे हैं।
झारखंड पवेलियन में लोगों ने ली खनिजों की जानकारी
व्यापार मेले में झारखंड पवेलियन में रविवार को काफी भीड़ देखने को मिली। पवेलियन में आने वाले लोग जहां झारखंड के उत्पादों को खरीदने के साथ ही पवेलियन में बनाए गए झारखंड माइंस व जियोलाजी विभाग के स्टाल पर खनिजों की जानकारी लेते दिखाई दिए। विभाग के अधिकारी सुनील कुमार ने बताया की स्टाल पर प्रदर्शित किए गए सजीव प्रदर्शन व अन्य खनिजों की जानकारी दी जा रही हैं। प्रदर्शित किए गए खनिजों में ग्रेफाइट, कोल , आयरन ओर, माइका, बाक्साइट, क्यूनाइट लगाए गए हैं।
सरस पवेलियन में मिल रही है 20 फीसद की छूट
हाल नंबर 9-10 में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय व राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान द्वारा आयोजित सरस पवेलियन पर सामानों में 20 फीसद तक की छूट दी जा रही है। गोवा की नवदुर्गा स्वयं सहायता समूह की निशा विष्णुदास गावकर ने बताया कि उन्हें यहां विभिन्न प्रकार के काजू, केला चिप्स, कोकम, गरम मशाले आदि हैं जिनकी खूब बिक्री हो रही है। वहीं केरल से आई प्रमिला व भुवनेश्वरी ने बताया कि उनके यहां केरला साड़ी, लुंगी, धोती, टूपिस साड़ी, लहंगा इत्यादि पांच सौ से पचपन सौ रुपए तक है जिसे लोग खूब खरीद रहे हैं।