राम मंदिर ट्रस्ट ने मूर्तियों को लेकर बड़ा बयान दिया है। ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने कहा कि उसने अभी तक इस पर अंतिम निर्णय नहीं लिया है कि बनाई जा रही तीन राम लला की मूर्तियों में से कौन सी मूर्ति मंदिर में स्थापित की जाएगी। सोमवार को भाजपा नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने राज्य के मूर्तिकार अरुण योगीराज को बधाई देते हुए कहा था कि उनके द्वारा बनाई गई मूर्ति को नए मंदिर (अयोध्या) में स्थापित करने के लिए चुना गया है।
हालांकि मंदिर का निर्माण करा रहे राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अपना फैसला नहीं बताया है। ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने कहा कि ट्रस्ट द्वारा शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती और अन्य संतों के साथ बातचीत के बाद निर्णय लिया जाएगा। ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने पीटीआई को बताया कि ट्रस्ट का जो भी निर्णय होगा, उसे उचित समय पर पब्लिक किया जाएगा।
चुनी गई मूर्ति को गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया गया है। मंदिर के निर्माण का पहला चरण अब खत्म हो गया है। 1949 से भक्त राम लला की मूर्ति वाले अस्थायी मंदिर में पूजा-अर्चना करते रहे हैं। इस मंदिर को भी मंदिर निर्माण के लिए स्थानांतरित कर दिया गया था।
ट्रस्ट के अधिकारियों का कहना है कि पुरानी मूर्ति को अब उत्सव के अवसरों के लिए परिसर में रखा जाएगा। तीन मूर्तिकारों ने अलग-अलग पत्थरों पर अलग-अलग काम करके भगवान की मूर्तियां बनाईं हैं। उनमें से दो मूर्तियों के लिए पत्थर कर्नाटक से आया था और तीसरी मूर्ति राजस्थान से लाई गई चट्टान से बनाई जा रही है।