देश में निर्मित कोविड-19 का टीका ‘कोवैक्सिन’, कोरोनावायरस के कई वैरिएंट्स को निष्प्रभावी करता है और दो बार अपना उत्परिवर्तन कर चुके वायरस के प्रकार के खिलाफ भी प्रभावी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधा परिषद (आईसीएमआर) ने बुधवार को यह जानकारी दी।
भारत बायोटेक के कोवैक्सिन को भारत में तथा कई अन्य देशों में कोविड-19 के इलाज के लिए आपातकालीन प्रयोग के लिए अधिकृत किया गया था। आईसीएमआर ने ट्वीट में कहा, “हमारा अध्ययन दिखाता है कि कोवैक्सिन सार्स-सीओवी-2 के विभिन्न प्रकारों को निष्प्रभावी करता है और दो बार परिवर्तित किस्मों के खिलाफ भी प्रभावी रूप से काम करता है।”
आईसीएमआर की राष्ट्रीय जीवाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) ने सार्स-सीओवी-2 वायरस के विभिन्न प्रकारों- बी.1.1.7 (ब्रिटेन में मिला प्रकार), बी.1.1.28 (ब्राजील का प्रकार) और बी.1.351 (दक्षिण अफ्रीका का प्रकार) को सफलतापूर्वक अलग किया और संवर्धित किया। स्वास्थ्य अनुसंधान के शीर्ष निकाय ने कहा कि आईसीएमआर-एनआईवी ने ब्रिटेन के प्रकार और ब्राजील के प्रकार को बेअसर करने की कोवैक्सिन के सामर्थ्य को प्रदर्शित किया।
आईसीएमआर ने कहा कि संस्थान दो बार उत्परिवर्तन कर चुके बी.1.617 सार्स-सीओवी-2 प्रकार को भी संवर्धित करने में कामयाब रहा है। वायरस का यह प्रकार भारत के कुछ क्षेत्रों और कई अन्य देशों में पाया गया है। कोवैक्सिन वायरस के इस प्रकार को भी निष्प्रभावी करने में सफल रही है।
अमेरिका बोला- नागरिकों को भारत यात्रा से रोकने पर कर रहे विचार: दूसरी तरफ अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि देश, भारत में कोविड-19 महामारी के प्रसार पर ‘‘पैनी’’ नजर रख रहा है। अमेरिका में रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने अमेरिकी नागरिकों को भारत यात्रा से बचने का परामर्श जारी किया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने अपने दैनिक संवददाता सम्मेलन में पत्रकारों से कहा, ‘‘हम भारत में कोविड-19 के प्रसार पर पैनी नजर रख रहे हैं।’’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि अमेरिका के विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को फोन पर इस मुद्दे पर बातचीत की।
प्राइस ने कहा, ‘‘चाहे भारत हो या कोई और देश, हमलोग हर वह संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो हम मौजूदा समय में कर सकते हैं। हम वायरस को नियंत्रण में लाने को लेकर आशान्वित हैं।’’ विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार तीन जनवरी 2020 से 20 अप्रैल 2021 के दौरान भारत में कोविड-19 के 1.53 करोड़ मामले सामने आये और 1,80,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है।

