IAS Coaching Incident: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके की राव IAS कोचिंद सेंटर के बेसमेंट में जलभराव के चलते हुई तीन छात्रों की मौत पर सियासत भी जोर पकड़ रही है। एक तरफ इस मामले में पुलिस आपराधिक धाराओं में केस दर्ज किया है तो दूसरी ओर बीजेपी ने आम आदमी पार्टी की अरविंद केजरीवाल सरकार पर कुप्रबंधन को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के स्थानीय विधायक दुर्गेश पाठक ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि अब तो हद ही हो गई है।

दुर्गेश पाठक ने इस घटना को लेकर कहा कि केवल ओल्ड राजेंद्र नगर ही नहीं बल्कि पूरी दिल्ली में ही कोचिंग सेंटर्स ने बेसमेंट का इस्तेमाल कॉमर्शियल एक्टिविटीज के लिए किया है। वहां पर वॉटर लॉगिंग होती है। पानी सड़क से निकल रहा था लेकिन बेसमेंट में बच्चे पढ़ क्यों रहे थे। उन्होंने इसे क्रिमिनल एक्टिविटीज बताया।‌इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और जो भी ऑफिसर जिसमें रिस्पांसिबल है, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

दिल्ली की जल निकासी को विधायक ने बताया ध्वस्त

AAP विधायक ने MCD पर लग रहे आरोपों पर कहा कि डीसिल्टिंग हुई है लेकिन फिर भी जो भी इस मामले में दोषी पाया जाए उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। विधायक दुर्गेश पाठक ने का कि दिल्ली की जल निकासी व्यवस्था ध्वस्त हो गई है और इसका कारण यह है कि बीजेपी 15 साल तक MCD की सत्ता में थी, हम पिछले 1 साल से यहां हैं और नालों पर काम कर रहे हैं, लेकिन मैं किसी आरोप-प्रत्यारोप में नहीं पड़ना चाहता, मैं चाहता हूं कि इसकी जांच हो और जो भी जिम्मेदार हो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।

MCD को लेकर बीजेपी पर फोड़ा ठीकरा

आप विधायक ने कहा कि MCD के पास मशीनों की समस्या है, लेकिन फिर भी मुख्य तौर पर पहली कार्रवाई बेसमेंट वाले कोचिंग इंस्टीट्यूट्स के खिलाफ होनी चाहिए। इसमें शॉर्ट सर्किट भी हो सकता है। उन्होंने एमसीडी की हालत को लेकर सारा ठीकरा बीजेपी के 15साल के शासन पर फोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि मंत्रियों से इस पर चर्चा की जाएगी और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी ही चाहिए।

स्वाति मालीवाल ने अपनी सरकार को ही घेरा

बता दें कि इससे पहले घटनास्थल पर पहुंची आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने अपनी ही सरकार को आड़े हाथों लिया और सरकार को इस घटना के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है। स्वाति मालीवाल ने यह भी कहा कि मेयर और मंत्री को यहां आना चाहिए औऱ बच्चों का गुस्सा झेलना चाहिए। इन्हें तुरंत बच्चों से माफी मांगनी चाहिए। हादसे में जान गंवाने वाले बच्चों के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी जानी चाहिए।

स्वाति मालीवाल ने दिल्ली सरकार पर हमलावर होते हुए यह तक कह दिया कि दिल्ली ऐसे नहीं चल सकती। उन्होंने कहा कि मैं इस मामले को संसद में उठाऊंगी। बच्चे बता रहे हैं कि 12 दिन पहले पार्षद से लोगों ने नाले साफ करवाने के लिए कहा था लेकिन ऐसा नहीं हुआ।