PM Modi Gujarat Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने गृह राज्य गुजरात के दौरे पर हैं। पीएम मोदी के इस दौरे की शुरुआत भावनगर से हुई है। यहां पर उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान एक बच्चा प्रधानमंत्री मोदी का चित्र बनाकर लेकर आया हुआ था। पीएम मोदी ने जैसे ही उस चित्र को देखा तो किसी से इसे लेने के लिए कहा। जैसे ही वह चित्र प्रधानमंत्री के पास तक पहुंचा तो वह बच्चा रोने लगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “एक छोटा बालक चित्र बनाकर लाया है। कब से खड़ा है उसके हाथ दुखते होंगे। कोई जरा इसको कलेक्ट कर ले। शाबाश बेटे, चलो बेटा तुम्हारा चित्र मिल गया है और अब रोने की कोई भी जरूरत नहीं है। चित्र तुम्हारा मिल गया। अगर उस पर तुम्हारा एड्रेस लिखा होगा तो मैं तुझे जरूर चिट्ठी लिखूंगा।” इसके बाद उस बच्चे ने पानी पिया और रोना बंद किया।
2047 तक हमें विकसित होना है- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए आगे कहा, “2047 तक हमें विकसित होना है तो भारत को आत्मनिर्भर होना ही होगा। इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है। 140 करोड़ देशवासियों का एक ही संकल्प होना चाहिए, चिप हो या शिप हमें भारत में ही बनाने होंगे। इसी सोच के साथ आज भारत मेरीटाइम सेक्टर भी नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म करने जा रहा है। देश के मेरीटाइम सेक्टर को मजबूती देने के लिए एक बहुत ऐतिहासिक निर्णय हुआ है। अब सरकार ने बड़े जहाजों को इंफ्रास्ट्रक्चर के रूप में मान्यता दे दी है। आज भारत एक अलग मिजाज के साथ आगे बढ़ रहा है। हम जो लक्ष्य तय करते हैं उसे अब समय से पहले पूरा करके भी दिखाते हैं। सोलर सेक्टर में भारत अब अपने लक्ष्यों को चार-चार, पांच-पांच साल पहले हासिल कर रहा है।”
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कांग्रेस ने भारत के सामर्थ्य को नजर अंदाज किया- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, “भारत में सामर्थ्य की कोई कमी नहीं है, लेकिन आजादी के बाद, कांग्रेस ने भारत के हर सामर्थ्य को नजर-अंदाज किया। भारत को आत्मनिर्भर बनना होगा और दुनिया के सामने मजबूती से खड़ा होना होगा। भारत में क्षमता की कोई कमी नहीं है, लेकिन आजादी के बाद, कांग्रेस ने भारत की सारी क्षमता को नजर अंदाज कर दिया। इसलिए, आजादी के 6-7 दशक बाद भी, भारत को वो सफलता नहीं मिली जिसका वो हकदार था। इसके दो बड़े कारण थे। लंबे समय तक, कांग्रेस सरकार ने देश को लाइसेंस-कोटा राज में उलझाए रखा, इसे विश्व बाजार से अलग-थलग रखा और फिर, जब वैश्वीकरण का युग आया, तो आयात का ही रास्ता अपनाया गया। हजारों, लाखों और करोड़ों के घोटाले हुए। कांग्रेस सरकारों की नीतियों ने देश के युवाओं को बहुत नुकसान पहुंचाया। इन नीतियों ने भारत की असली ताकत को उजागर होने से रोक दिया।”