गुजरात हाईकोर्ट में अपील दायर करके आसाराम ने अपील की है कि उसकी सजा को कुछ समय के लिए बर्खास्त किया जाए। अपनी शिष्या से रेप के मामले में वो सजायाफ्ता हो चुका है। उसे उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। उसका कहना है कि सजा के खिलाफ वो पहले ही अपील दायर कर चुका है। उसे नहीं लगता कि उसकी रिट पर जल्द सुनवाई हो सकेगी। लिहाजा जब तक सुनवाई पूरी नहीं होती, सजा को बर्खास्त किया जाए।

आसाराम ने अपनी अपील में कहा कि ये केस ही झूठा है। FIR के मुताबिक जब रेप हुआ था तब उसकी उम्र 64 साल की थी। जबकि लड़की महज 21 साल की। वो बड़े आराम से उसे धक्का मारकर भाग सकती थी। लेकिन वो कह रही है कि उसके साथ जबरन रेप किया गया। आसाराम का कहना है कि ये पूरा मामला ही झूठा है। उसे साजिशन फंसाया गया, क्योंकि कुछ लोग उससे और उसके आश्रम से चिढ़ने लगे थे।

आश्रम में कुछ गलत नहीं था पर लोगों ने उसे फंसाने के लिए दी गवाही

गवाहों का जिक्र करते हुए उसने कहा कि जो भी लोग इस मामले में कोर्ट पहुंचे वो उससे किसी न किसी वजह से नाराज थे। कुछ को आश्रम से निकाला गया था तो कुछ को आश्रम नहीं भा रहा था। आसाराम ने जांच अधिकारी का हवाला देकर कहा कि उनकी रिपोर्ट में था कि कुछ गवाहों ने माना कि उन्होंने आश्रम में ऐसा कुछ नहीं देखा जो आपत्तिजनक हो। लेकिन उनकी गवाही से आसाराम को सजा होती है तो वो बयान देंगे। उसका कहना है कि वारदात के 12 साल बाद जिस तरह से केस दर्ज किया गया वो भी संदेह के घेरे में है। केस तुरंत दर्ज क्यों नहीं हुआ था।

आसाराम की याचिका की सुनवाई मंगलवार को जस्टिस एके कॉग्जे और जस्टिस हसमुख सुथार की बेंच ने करनी थी। लेकिन फिलहाल इसे 17 अगस्त तक टाल दिया गया है। आसाराम ने ये भी दलील दी कि वो 84 साल का हो चुका है। कई बीमारियों से पड़ित है। लंबे समय से वो जेल में बंद है। बढ़ती उम्र की वजह से वो कई परेशानियों से जूझ रहा है।

तीन मामलों में सजायाफ्ता हो चुका है आसाराम, जोधपुर की जेल में है बंद

अहमदाबाद के चांदखेड़ा पुलिस थाने में दर्ज FIR के मुताबिक पीड़ित लड़की को आसाराम ने 2001 से 2006 तक सूरत स्थित अपने आश्रम में जबरन कैद करके रखा। उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया गया। हालांकि ये कोई पहला मामला नहीं है जिसमें आसाराम को सजा मिली है। इससे पहले भी वो दो मामलों में सजायाफ्ता हो चुका है। दोनों ही मामलों में उसे उम्र कैद की सजा मिली है। 2018 से वो जोधपुर की जेल में बंद है। 2013 में उसे इंदौर से गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद उसे राजस्थान की जेल में शिफ्ट कर दिया गया था।