Prevention of Money Laundering Act: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (SP) प्रमुख और वरिष्ठ नेता शरद पवार ने शनिवार को बड़ा खुलासा किया। शरद पवार ने कहा कि उन्होंने पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) में लाए गए संशोधनों पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सामने अपना विरोध व्यक्त किया था, लेकिन उसे स्वीकार नहीं किया गया।
शरद पवार ने कहा कि मैं केंद्रीय मंत्रिमंडल में था। जब चिदंबरम द्वारा पीएमएलए में संशोधन लाया गया। मैंने इसका विरोध किया। मैंने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कहा था कि इसका दुरुपयोग किया जाएगा। लेकिन मेरी बात नहीं मानी गई। उन्होंने कहा कि चिदंबरम खुद इस संशोधन का शिकार हुए।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुझे यह भी डर था कि इस कानून का इस्तेमाल विपक्ष के खिलाफ किया जाएगा। पवार शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत की किताब ‘नरकतला स्वर्ग (स्वर्ग में नरक)’ के विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे।
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बता दें, यह किताब आर्थर रोड जेल में बिताए गए उनके तीन महीनों की याद दिलाती है। उन्हें ईडी ने पात्रा चॉल पुनर्विकास परियोजना में कथित वित्तीय अनियमितताओं के लिए गिरफ्तार किया था। बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।
शरद पवार ने कहा कि मेरे अनुसार, राज्य और केंद्र में सत्ता परिवर्तन के बाद सबसे पहला काम ईडी द्वारा इस्तेमाल किए गए अधिनियम में इन संशोधनों को बदलना होगा, जो व्यक्तियों और राजनीतिक दलों के मूल अधिकारों के खिलाफ हैं।
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(इंडियन एक्सप्रेस के लिए आलोक देशपांडे की रिपोर्ट)