मेघालय में वेश्यालय चलाने का मामला सामने आने के बाद राज्य बीजेपी के उपाध्यक्ष बर्नार्ड मारक ने सफाई पेश की है। उन्होंने कहा कि मैं वेश्यालय नहीं चलाता। यह सब साजिश का हिस्सा है। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री पर भी निशाना साधा। इस पूरे मामले में पुलिस ने अब तक 73 लोगों को गिरफ्तार किया है।
कथित अनैतिक तस्करी की जांच के तहत भाजपा के मेघालय नेता बर्नार्ड एन मारक ने दावा किया है कि वह अपने खिलाफ ‘राजनीतिक साजिश’ के बारे में उन्हें अवगत कराने के लिए पार्टी नेताओं से मिल रहे हैं। प्रदेश भाजपा इकाई के उपाध्यक्ष ने बैठक की एक फोटो और एक वीडियो भी अपलोड किया। पुलिस का कहना है कि उन्होंने अभी तक उस पर ध्यान नहीं दिया है और आखिरी सूचना यह थी कि वह गुवाहाटी में हैं।
मेघालय पुलिस ने दावा किया है कि शुक्रवार की रात मारक के रिसॉर्ट में छापेमारी के बाद इस रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। यह रिसॉर्ट पश्चिम गारो पहाड़ी जिलों के तुरा की है। पुलिस ने फिलहाल मामला दर्ज कर आरोपी नेता की तलाश शुरू कर दी है। हालांकि, इस पूरे मामले में पुलिस ने 73 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। तुरा के रिसॉर्ट में बंद पांच बच्चों को शनिवार को बचा लिया गया। उन्होंने कहा कि छापेमारी में 47 युवकों और 26 महिलाओं को भी हिरासत में लिया गया। उनमें से कई नग्न और नशे में पाए गए।
राज्य के पुलिस प्रमुख एलआर बिश्नोई ने कहा कि पुलिस ने भारी मात्रा में शराब, गर्भ निरोधक के लगभग 500 पैकेट, सेलफोन और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए हैं।
मारक ने पहले किसी भी गलत काम से इनकार किया और दावा किया कि उन्हें मुख्यमंत्री कोनराड संगमा के इशारे पर पुलिस द्वारा फंसाया जा रहा है।
रविवार को पोस्ट किए गए वीडियो में उन्होंने इस दावे को दोहराया। उन्होंने कहा, ‘ये सब फर्जीवाड़े के आरोप हैं। मैंने कोई वेश्यालय या वेश्यावृत्ति का रैकेट नहीं चलाया… मैं फरार नहीं हूं।’ उन्होंने कहा कि उन्हें शिलांग छोड़ना पड़ा, क्योंकि, पुलिस महानिरीक्षक (कानून और व्यवस्था) ने मुझ पर छापा मारने की कोशिश की और मुझे गोली मारने की साजिश है’।
मारक ने दावा किया कि मकसद यह था कि वह “उस क्षेत्र में जिला परिषद चुनाव जीतने के बाद अपने ही निर्वाचन क्षेत्र में मुख्यमंत्री के लिए खतरा बन गए थे’। उन्होंने कहा, “भाजपा पहाड़ी इलाकों और ईसाई बहुल इलाकों में बढ़ रही है। भ्रष्टाचार के मुद्दों को उठाने से हमें आगे बढ़ने में मदद मिली है और यह हमारे गठबंधन सहयोगी एनपीपी के लिए खतरा बन गया है और इसलिए मैं मुख्यमंत्री के लिए व्यक्तिगत खतरा हूं।”
छापेमारी के बाद एक महिला ने शिकायत की कि उसकी नाबालिग बेटी का अपहरण कर लिया गया है। बरामद हुई लड़की ने मजिस्ट्रेट को बताया कि उसे इमारत में ले जाया गया और कई बार उसके साथ बलात्कार किया गया।