प्रियंका गांधी वायनाड लोकसभा से जीतकर सांसद बन गई हैं। अब तक इलेक्टोरल पॉलिटिक्स का हिस्सा नहीं रहीं प्रियंका गांधी को अपने पहले ही चुनाव में बड़ी जीत मिली है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं, नेताओं में उनकी जीत को लेकर काफी उत्साह है। लोकसभा में प्रियंका गांधी का मौजूद होना कांग्रेस के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण है। अब तक वह संगठन को मजबूत करने के प्रयास में लगी थीं। हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और दक्षिण भारत में उन्होंने संगठन के स्तर पर काफी काम किया है। महाराष्ट्र चुनाव की हार से खफा सबसे पुरानी पार्टी के लिए हमेशा ‘ट्रम्प कार्ड’ की तरह रहीं प्रियंका गांधी का अब लोकसभा में होना एक सुखद अहसास की तरह है।
यह कांग्रेस के लिए ऐतिहासिक है क्योंकि दशकों में पहली बार नेहरू-गांधी परिवार के तीनों सदस्य- सोनिया, राहुल और प्रियंका- अब संसद का हिस्सा हैं। प्रियंका गांधी को वायनाड में 622338 वोट मिले हैं, जबकि उनके सामने चुनाव लड़ रहे CPI के सत्यन मोकेरी को 211407 वोट मिले हैं।
प्रियंका गांधी का सांसद बन जाना कांग्रेस के लिए क्यों है महत्वपूर्ण?
- प्रियंका गांधी के संसद में पहुंचने से एक तरफ उनके व्यक्तिगत राजनीतिक ब्रांड को भी मजबूती मिली है तो दूसरी तरफ उनकी जीत उन्हें कांग्रेस के भविष्य में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के तौर पर स्थापित करेगी। यानी पार्टी में उनका कद और ज़्यादा बढ़ेगा और पार्टी के सभी फैसलों में उनकी राय पहले से ज़्यादा महत्वपूर्ण हो जाएगी।
- प्रियंका गांधी के लिए वायनाड की जीत एक अवसर और चुनौती दोनों है। वह जहां राजनीतिक चर्चा का सीधे तौर पर हिस्सा होंगी और संसद में अपनी उपस्थिती को मजबूती से दर्ज कराएंगी। कांग्रेस के लिए यह काफी फायदेमंद साबित होगा कि प्रियंका गांधी अब राहुल गांधी के बाद संसद में कांग्रेस की सबसे मजबूत आवाज़ होंगी। प्रियंका गांधी का मुद्दों को सामने रखने का अंदाज़ बहुत सरल और स्पष्ट होता है, ऐसे में बीजेपी की नीतियों और प्लानिंग का मुक़ाबला करने, जवाब देने और कांग्रेस का स्टेंड रखने में वह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
- कांग्रेस को इस बिन्दु पर गौर करना होगा कि वह प्रियंका गांधी के लोकसभा में होने को किस तरह फायदेमंद साबित कर सकते हैं। प्रियंका गांधी अब तक संगठन को मजबूत करने में काफी ध्यान दे रही थीं, अब पार्टी को उन्हें सीधे तौर पर मैदान में उतारने पर गौर करना होगा। राहुल गांधी की मौजूदगी में प्रियंका गांधी के होने से कांग्रेस को लोकसभा में होने से काफी मजबूती भी मिलेगी।
- भाजपा के वर्चस्व वाली संसद में प्रियंका की मौजूदगी निस्संदेह विपक्षी राजनीति में एक नया आयाम जोड़ेगी। क्या यह कांग्रेस के लिए सार्थक बदलाव ला पाएगी, यह देखना अभी बाकी है। फिलहाल, वायनाड एक मील का पत्थर और चौराहे पर खड़ी कांग्रेस पार्टी के लिए आईना दोनों की तरह खड़ा है।
- कांग्रेस पार्टी के पास संसद में एक बड़ा महिला चेहरा नहीं है। प्रियंका गांधी इस खांचे को भरने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली हैं। प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में ‘लड़की हूं लड़क सकती हूं’, जैसा नारा दिया था और कांग्रेस के महिला प्रभाग को मजबूत करने में भी काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अब देखना होगा कि वह संसद में पार्टी को किस तरह मजबूत कर सकती हैं।