केंद्र सरकार के 500 और 1000 रुपये को नोटों पर बैन लगाने के बाद देश में अफरा-तफरी का माहौल हो गया है। लोग किसी भी तरह से अपने नोट बदलना चाहते हैं और एटीएम मशीनों पर भारी भीड़ लगी है। इसी बीच इस फैसले से किसे बड़े पैमाने पर फायदा हो सकता है और किसके लिए यह बड़ा नुकसान साबित होने जा रहा है इसके बारे में जानते हैं। सरकार का यह फैसला सबसे पहले तो बड़े पैमाने पर रियल एस्टेट में लगे काले धन की कमर तोड़ देगा। ऐक्सपर्ट्स का अनुमान है कि रियल एस्टेट के काम में पेमेंट बड़ी तादाद में कैश के जरिए होती है। ऐसी स्थिति में बिल्डर्स के लिए कैश लेना नामुमकिन हो जाएगा और इससे मकानों के दामों में भी कमी आएगी। इससे आम आदमी के लिए मकान लेना और भी आसान हो जाएगा। इस फैसले से रियल एस्टेट के दामों में 30% तक का सुधार होने का अनुमान है।
वीडियो: 500 और 1000 के नोट बंद, क्या होगा इसका असर?
सोना व्यापार
भारत में बड़ी संख्या में लोग अपना पैसा सोने में इंवेस्ट करना पसंद करते हैं। इसके अलावा यह लोगों के लिए ब्लैक मनी को व्हाइट करना का सबसे मुफीद तरीका है और लोग इसी वजह से सोना चेक के बजाए कैश के जरिए खरीदते हैं। नोटों पर बैन के बाद लोग अब सोना चेक से ही खरीद पाएंगे और सोना व्यापार में नई पारदर्शिता लाएगा। भारत में बीते साल सोने का आयात बहुत ज्यादा था जिसे काबू करने के लिए सरकार ने भारी एक्साइज ड्यूटी लगाई थी। मोटे तौर पर देखा जाए तो इस फैसले से सोना व्यापार और रियल एस्टेट में लगे काले धन का सफाया होने वाला है।
ट्रेवल एंड टूरिज्म
भारत में दुनिया भर से लोग घूमने के लिए आते हैं और टूरिज्म सेक्टर में लोग अच्छा पैसा कमाते हैं। ऐसी स्थिति में नोटों के बैन होने की वजह से होटैल्स और रेस्तरां के कारोबारियों को भारी नुकसान होने जा रहा है।
किनका होगा फायदा
इस फैसले से बैंक्स को बढ़िया मुनाफा होने वाला है। लोग अब बैंक खातों के जरिए ट्रांस्कैशन कर पाएंगे और बैंक्गिं सेक्टर में पैसा आएगा जो देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का काम भी करेगा। दूसरी ओर ई-वॉलेट सेक्टर में इससे फायदा होने जा रहा है। लोग ऑनलाइन पेमेंट करेंगे और यह पेटीएम जैसे ऑनलाइन पेमेंट का प्लैटफॉर्म देने वाली कंपनियों के लिए मुनाफा लाएगा। इसके साथ ही ऑनलाइन शॉपिंग पोर्ट्ल्स जैसे कि फ्लिपकार्ट, ऐमेजॉन, मिन्त्रा के कारोबार में बढ़ोतरी आएगी।