उत्तर प्रदेश BJP में लोकसभा चुनाव के बाद से सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। कई सीटों पर मिली हार को लेकर मंथन जारी है और आलाकमान हार की वजह को लेकर सभी कार्यकर्ताओं का फीडबैक ले रहा है। हार की वजहों को लेकर अलग-अलग रिपोर्ट्स पर मंथन जारी है। उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने 80 लोकसभा सीटों पर पार्टी के 40 कार्यकर्ताओं का फीडबैक हासिल कर 15 पन्नों की एक रिपोर्ट तैयार की है।
क्या कहती है ताजा रिपोर्ट?
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने 15 पन्नों की रिपोर्ट में हार की वजहों को लिखा है। यह रिपोर्ट कार्यकर्ताओं की बात सुनकर और उनकी राय-शुमारी के बाद तैयार की गई है। यह रिपोर्ट PM मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को सौंपी गई है और उनके साथ भूपेंद्र चौधरी की विस्तृत चर्चा भी हुई है। रिपोर्ट में खासतौर पर पार्टी के वोट प्रतिशत में आई कमी को उजागर किया गया हैं। रिपोर्ट में लिखा है–गोरखपुर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, कानपुर बुन्देलखंड जैसे इलाकों में 8 प्रतिशत की कमी आई है।
हार की क्या वजह रहीं?
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की और से पेश की रिपोर्ट में हार के कई कारण दिए गए हैं। जैसे पहले भी कुछ रिपोर्ट में आया है। सबसे अहम कारण गलत टिकट बंटवारे को बताया गया है। कई सीटें ऐसी थी जहां उम्मीदवार बदला जाना चाहिए था और कुछ सीटें ऐसी भी थीं जहां उम्मीदवार वही रहना चाहिए था। हार की वजहों में राजपूत समाज की नाराजगी को भी प्रमुखता से सामने रखा गया है। संविधान बदलने के बयानों चर्चा से भी BJP को काफी नुकसान हुआ है।
हार की वजहों में राजपूत समाज की नाराजगी को भी प्रमुखता से सामने रखा गया है। संविधान बदलने के बयानों चर्चा से भी BJP को काफी नुकसान हुआ है। टिकट बटंवारे में जल्दबाजी को एक बड़ी वजह माना गया है। बीच चुनाव में पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच जोश कम हो जाने को भी एक कारण बताया गया है। अग्निवीर, ओल्ड पेंशन, अधिकारियों की मनमानी, सरकार का विरोध, पेपर लीक आदि को भी हार की वजह माना गया है।
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