देश के सभी केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में रोजाना 207 फीट ऊंचा तिरंगा झंडा फहराना अनिवार्य होगा। गुरुवार को केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी की वाइस चांसलर्स के साथ मीटिंग के दौरान यह फैसला लिया गया। यूनिवर्सिटी कैंपस में राष्ट्रभक्ति की भावना का प्रसार करना इस फैसले का मकसद बताया जा रहा है। इस तरह का पहला तिरंगा दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी में फहराया जाएगा।
सूत्रों का कहना है,’झंडा देश की एकता और अखंडता को प्रकट करेगा।’ पिछले महीने हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या के बाद एचआरडी मंत्रालय ने वाइस चांसलर्स की बैठक बुलाई थी। सूत्रों के अनुसार बैठक में सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों की मदद के लिए सपोर्ट सिस्टम बनाने पर भी चर्चा की गई। जिससे कि ऐसे छात्रों को अकादमिक रूप से बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिले। साथ ही कैंपस में समानता स्थापित करने के लिए नियमों को कड़ाई से लागू करने पर भी चर्चा की गई।
हाल के दिनों में रोहित वेमुला सुसाइड केस और जेएनयू में भारत विरोधी नारेबाजी के चलते देश में काफी बवाल चल रहा है। जेएनयू मामले में छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के बाद से तो मामला और बढ़ गया है।