जामिया में फायरिंग करने वाले शख्स को सम्मानित करने की खबरों पर हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चक्ररपाणी महाराज ने विराम लगा दिया है। द वीक की खबर के मुताबिक चक्रपाणी महाराज ने कहा कि हिंदू महासभा उस शख्स को सम्मानित नहीं करेंगी। उन्होंने कहा कि हिंदू महासभा किसी भी किस्म की हिंसा का समर्थन नहीं करती है।
इस पहले हिंदू महासभा के एक नेता ने उस शख्स को सम्मानित करने की बात कही थी। चक्रपाणी महाराज ने कहा कि हिंदू महासभा के नेता के बयान की जांच के लिए तीन सदस्यी कमेटी गठित की गई है। रिपोर्ट आने के बाद उनके खिलाफ अनुशासनात्माक कार्रवाई की जाएगी।
चक्रपाणी ने कहा कि हम नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करते हैं। जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वह करें इसका एक लोकतांत्रिक तरीका होता है। लोग भावनाओं में बह जाते हैं। उन्हें इस बात का ध्यान नहीं की संविधान और कानून के तहत भी विरोध जाहिर किया जा सकता है।
गौरतलब है कि जामिया विश्वविद्यालय के करीब नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हो रहे प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों पर एक शख्स ने गोली चला दी थी। शूटर ने प्रदर्शनकारियों के सामने बंदूक तान दी और उन्हें गोली मारने की धमकी दी थी। हमला करने वाले शख्स ने फायरिंग करते हुए कहा कि “ये लो आजादी।
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रिठाला में एक रैली के दौरान केंद्रीय मंत्री व बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर ने विवादित नारे लगवाए थे। इसके बाद कहा जा रहा है कि गोली चलाने वाला शख्स ऐसे बयानों से प्रभावित था। अनुराग ठाकुर के इस बयान को लेकर चुनाव आयोग ने उनपर प्रतिबंध भी लगाया है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमुल्य पटनायक से जामिया फायरिंग मामलेे में अनुराग ठाकुर की भूमिका को लेकर जांच करने की मांग की है।