कांग्रेस के सीनियर लीडर गुलाम नबी आजाद एक बयान पर विवाद हो गया है। आजाद के हिंदुओं पर दिए बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखा हमला बोला है। एक कार्यक्रम में शिकरत करने पहुंचे आजाद ने कहा कि चुनाव प्रचार के लिए उन्हें कांग्रेस के हिंदू उम्मीदवार बुलाते ही नहीं हैं। उन्होंने अपने प्रसिद्धी का जिक्र करते हुए कहा, पहले चुनाव प्रचार के लिए उनकी काफी मांग रहती थी लेकिन बीते चार साल में बहुत कमी आ गई।

कांग्रेस नेता आजाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खान की 201वीं जयंती के मौके पर लखनऊ पहुंचे थे। यहां पर छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा, पार्टी के ही हिंदू उम्मीदवार उन्हें चुनाव प्रचार के लिए नहीं बुलाते हैं। लोग अब बुलाने से डरते हैं। उन्होंने कहा कि पहले चुनाव प्रचार के लिए उनकी काफी मांग रहती थी लेकिन पिछले चार सालों में इस मांग में भारी कमी आई है। आजाद के इस बयान पर भाजपा ने कहा है कि आजाद का यह बयान हिंदुओं का ‘अपमान’ करना है।

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आजाद ने कहा, ‘शुरूआती दिनों में ही मैं अंडमान से लेकर लक्षद्वीप तक चुनाव प्रचार के लिए जाया करता था। प्रचार में मुझे बुलाने वाले 95 प्रतिशत हिंदू होते थे। जबकि सिर्फ 5 प्रतिशत मुस्लिम नेता मुझे चुनाव प्रचार के लिए बुलाते थे।’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘लेकिन पिछले चार सालों में मैंने देखा है कि यह 95 प्रतिशत की संख्या कम होकर 50 प्रतिशत हो गई है। इसका मतलब है कि कहीं न कहीं कुछ गलत है। आज लोग मुझे बुलाने से डरते हैं। लोग सोचते हैं कि इसका वोटर पर क्या असर होगा।’

आजाद के इस बयान पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘आजाद ‘भगवा आतंकवाद, हिंदू तालिबान और अच्छा हिंदू जैसी भाषा बोलते आए हैं। अब एक बार फिर उन्होंने अपने दिए इस बयान से हिंदुओं को नीचा दिखाने की कोशिश है।’ कांग्रेस पार्टी अपने बयानों से हिंदुओं को कमजोर आंकने और उनका मनोबल तोड़ने का काम कर रही है।