दिल्ली में कोरोना के मामलों में आज महामारी के दौर का सबसे तेज उछाल देखने को मिला। गुरुवार को आए 28,867 नए मामलों के साथ ही आज कोरोना ने दिल्ली में एक दिन में सर्वाधिक मामलों का रेकार्ड तोड़ दिया। इससे पहले सबसे ज्यादा मामले 20 अप्रैल 2021 को आए थे। तब 24 घ्ांटे में कुल 28,395 मामले आए थे। उस वक्त दूसरी लहर चरम पर थी। इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर उछल कर 29.21 फीसद पहुंच गई। 24 घंटे में 31 मरीजों ने इस महामारी के कारण दम तोड़ दिया।
इस बीच दिल्ली मे कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते करीब साढ़े नौ महीनों में कोरोना ने एक दिन के सबसे अधिक मामलों के साथ दिल्ली में संक्रमण के कुल मामलों को बढ़ा कर 16,46,583 कर दिया। इस तरह एक दिन में दिल्ली की स्ांक्रमण दर बढ़ कर 29.21 फीसद हो गई है। इससे पहले बीते साल अप्रैल में जब 20 तारीख को 28 हजार से पार मामले आए थे, तब संक्रमण दर 32.82 फीसद पहुंच गई थी। तब एक दिन में 277 मरीजों ने दम तोड़ दिया था। वहीं माहामारी के चलते आज 31 लोगों की जान गई है। इसे मिला कर दिल्ली में अब तक कुल 25,271 मरीजों की कोरोना से मौत हो चुकी है।
गुरुवार को जारी बुलेटिन के मुताबिक 768 कोरोना मरीजों को आक्सीजन पर रखा गया है। 628 मरीज आइसीयू में भर्ती हैं। वहीं 98 मरीजों को वेंटीलेटर की जरूरत पड़ी है। कुल 98,832 लोगों की बीते 24 घंटों में कोरोना जांच की गई। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि अभी दिल्ली में पूर्णबंदी के बारे में कोई फैसला नहीं किया गया है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग क ी ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के कुल 22,121 मरीज इससे उबर चुके हैं। विषाणु के नए बहुरूप ओमीक्रोन के मामले बढ़ने के बीच राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण के नए मामलों में पिछले कुछ दिनों से तेज वृद्धि दर्ज की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 98,832 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 80,417 लोगों की आरटी-पीसीआर जांच की गई।
कुल 2,424 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं, जिनमें से 55 संदिग्ध मरीजों की रपट आनी बाकी है। कुल 560 लोग कोरोना केंद्रों में भर्ती हैं। दिल्ली में अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 16,46,583 हो गई है। दिल्ली में कुल 15,27,152 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं।
राज्य ऐसी रणनीति बनाएं, जिससे आजीविका कम से कम प्रभावित हो : प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यों से अपील की वे कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कोई भी रणनीति बनाते समय यह ध्यान रखें कि सामान्य लोगों की आजीविका के लिहाज से आर्थिक गतिविधियां कम से कम प्रभावित हों और अर्थव्यवस्था की गति भी बनी रहे। उन्होंने कहा कि कोरोना विषाणु के नए बहुरूप ओमीक्रान से लड़ने के अलावा देश को इस विषाणु के भविष्य में सामने आने वाले किसी भी बहुरूप से निपटने के लिए भी तैयार रहने की आवश्यकता है।
कोरोना विषाणु के नए बहुरूप ओमीक्रान के कारण संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद के बाद अपने संबोधन में राज्यों से यह भी कहा कि अधिक संक्रमण वाले इलाकों को निषेध क्षेत्र घोषित करें, घरों में पृथकवास पर जोर दें और जांच के साथ ही संक्रमण का पता लगाने पर ध्यान केंद्रित करें।
गुरुवार को कोरोना के 2.63 लाख से अधिक मामले
देश में गुरुवार रात साढ़े दस बजे तक 33 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना विषाणु संक्रमण के 2,63,583 मामले आए जबकि संक्रमण की वजह से 305 लोगों की मौत हुई। ये आंकड़े राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य विभागों की ओर से जारी किए गए। इन आंकड़ों में त्रिपुरा, अंडमान निकोबार और लक्षद्वीप के आंकड़े शामिल नहीं हैं।देश में सबसे अधिक कोरोना विषाणु संक्रमण के मामले महाराष्ट्र में दर्ज किए गए। महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में 46,406 मामले सामने आए और 36 लोगों की मौत हुई।
