आइएस के साथ संबंध के संदेह में हरिद्वार के मंगलौर इलाके से चार युवकों की गिरफ्तारी के साथ ही हरिद्वार में अर्द्धकुंभ मेले को निशाना बनाने की आतंकवादी साजिश का पर्दाफाश किया गया है। उत्तराखंड और दिल्ली पुलिस ने इन चारों को पकड़ा है। इन युवकों के पकड़े जाने के बाद हरिद्वार में हाई अलर्ट कर दिया गया है और हरकी पैड़ी समेत कई महत्त्वपूर्ण संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

पकड़े गए चार संदिग्ध युवकों के नाम अखलाकुर रहमान, ओसामा मोहम्मद उर्फ आदिल उर्फ पीर, मोहम्मद अजीमुस्सान और मोहम्मद मेराज उर्फ मोनू हैं। इन संदिग्ध युवकों से पुलिस के अलावा केंद्रीय और उत्तराखंड की खुफिया एजंसियों ने घंटों तक कड़ी पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक खुफिया एजंसिया इन चारों संदिग्ध युवकों के पठानकोट के आतंकवादियों के आकाओं से जुड़े होने की संभावनाओं को भी तलाश रही है। वहीं पुलिस को इनके सोशल नेटवर्किंग में महारत हासिल होने की भी सूचना मिली है। इन चारों संदिग्ध युवकों के मोबाइल फोन दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम के सर्विलांस से जुड़े थे। और सर्विलांस से इनके मोबाइल फोनों के जुड़े होने के कारण ही ये चारों पुलिस के जाल में फंस पाए।

दिल्ली पुलिस इन चारों संदिग्ध युवकों को दिल्ली ले आई। लोधी कालोनी स्थित स्पेशल सेल और एनडीआर में इनके खिलाफ धारा 19/20 गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम और धारा 120बी के तहत 18 जनवरी को मुकदमा दर्ज किया गया था। विशेष पुलिस आयुक्त (विशेष शाखा) अरविंद दीप ने बताया कि संदिग्धों-अखलाक उर-रहमान, मोहम्मद ओसामा, मोहम्मद आजिद शाह और मेहरोज को बुधवार को उन्हें यहां अदालत में पेश किया गया। अदालत ने चारों को 15 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया। दीप ने कहा, ‘ केंद्रीय खुफिया एजंसी के सूचना के आधार पर इन चारों संदिग्धों पर नजर रखी थी। उन्होंने अर्द्धकुंभ मेले, रूड़की के रास्ते हरिद्वार जाने वाले ट्रेनों और दिल्ली के कुछ रणनीतिक ठिकानों पर आतंकवादी हमला करने की साजिश रची थी।’

सूत्रों के अनुसार ये चारों संदिग्ध इंडियन मुजाहिदीन के एक पूर्व सदस्य के संपर्क में थे जो बाद में प्रशिक्षण के लिए सीरिया गया। समझा जाता है कि इंडियन मुजाहिदीन का यह पूर्व सदस्य फिलहाल अंसार-उत तौहीदन फी बिलाद अल हिंद (एयूटी) का अहम सदस्य है। एयूटी की निष्ठा इस्लामिक स्टेट आॅफ इराक एंड सीरिया (आइएस) के प्रति है।

पकड़े गए ये चारों संदिग्ध युवक हरिद्वार जिले के रहने वाले हैं और सभी छात्र हैं। गढ़वाल मंडल के पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंजयाल ने आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय इन चारों संदिग्ध युवकों की गिरफतारी की पुष्टि करते हुए बताया कि दिल्ली और उत्तराखंड की पुलिस की स्पेशल टीम इन चारों छात्रों की संदिग्ध गतिविधियों पर बीते एक सप्ताह से अति गोपनीय ढंग से कड़ी नजर रख रही थी। आखिर में पुलिस को बीती देर रात इन्हें पकड़ने में कामयाबी मिली।
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सैंथिल अबुदई ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से इन चारों अभियुक्तों के किसी बड़े आतंकवादी संगठन से जुडे होने की आशंका है। एसएसपी के मुताबिक बीते एक सप्ताह से ये चारों युवक हरिद्वार के कुछ प्रतिष्ठित सरकारी संस्थानों के अलावा हरकी पैड़ी, मालवीय द्वीप, ब्रह्मकुंड और हरिद्वार रेलवे स्टेशन की रेकी कर रहे थे।

अखलाकुर रहमान हरिद्वार जिले के थाना मंगलौर के गांव भगवानपुर-चंदनपुर के डाबर वाली मस्जिद का रहने वाला है। और भगवानपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज का पॉलीटेक्निक के अंतिम वर्ष का छात्र है। दूसरा संदिग्ध युवक महम्मद मेराज हरिद्वार जिले के लंढोरा गांव का रहने वाला है। वह हरिद्वार के ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज में बीएएमएस का प्रथम वर्ष का छात्र है। कक्षा में गैर हाजिरी रहने के कारण यह इस साल मेडिकल की प्रथम वर्ष की परीक्षा नहीं दे पाया था। कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर नरेश चौधरी ने बताया कि यह देखने में तो सीधा-साधा लगता था और कॉलेज की हर गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेता था।

इन चारों संदिग्ध युवकों की गिरफ्तारी के बाद अर्द्धकुंभ क्षेत्र में पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है। हरकी पैड़ी, सुभाष घाट, मालवीय द्वीप, कुंभ मेला नियंत्रण केंद्र, ब्रह्मकुंड, कुशा घाट, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन की सुरक्षा सीमा सुरक्षा बल और अन्य केंद्रीय सुरक्षाबलों के जिम्मे कर दी गई है। सीमा सुरक्षाबल के खोजी कुत्तों और सेना का विशेष बम निरोधी दस्ता हरकी पैड़ी क्षेत्र की सुरक्षा में जुट गया है।

सभी संदिग्ध छात्र
पकड़े गए चारों संदिग्ध युवक हरिद्वार जिले के रहने वाले हैं और सभी छात्र हैं। गढ़वाल मंडल के पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंजयाल ने आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय इन चारों संदिग्ध युवकों की गिरफतारी की पुष्टि करते हुए बताया कि दिल्ली और उत्तराखंड की पुलिस की स्पेशल टीम इन चारों छात्रों की संदिग्ध गतिविधियों पर बीते एक सप्ताह से अति गोपनीय ढंग से कड़ी नजर रख रही थी। आखिर में पुलिस को बीती देर रात इन्हें पकड़ने में कामयाबी मिली।

* ट्रेनों व दिल्ली के कुछ ठिकानों पर आतंकी हमला करने की साजिश रची थी।
* चारों युवकों के मोबाइल दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम के सर्विलांस से जुड़े थे।
* उत्तराखंड और दिल्ली पुलिस ने इन चारों को पकड़ा है।
* पुलिस और खुफिया एजंसियों ने घंटों तक कड़ी पूछताछ की।
* चारों हरकी पैड़ी, मालवीय द्वीप, ब्रह्मकुंड व रेलवे स्टेशन की रेकी कर रहे थे: हरिद्वार पुलिस
* इन चारों युवकों के किसी बड़े आतंकी संगठन से जुड़ने की आशंका है