Weather Forecast: उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में लगातार बारिश हो रही है। बारिश की वजह से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, पंजाब और उत्तराखंड के कई जिले भी प्रभावित हुए हैं। इन राज्यों में आने वाले दिनों में भी बारिश का अनुमान जताया गया है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक अखिल श्रीवास्तव द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
Delhi NCR Rain Forecast: दिल्ली का कैसा रहेगा मौसम?
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को दिल्ली के आसमान में आमतौर पर बादलों छाए रहने की संभावना है। कई जगहों पर हल्की से बहुत हल्की बारिश या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं और कुछ जगहों पर मध्यम बारिश भी हो सकती है। इसी तरह गुरुवार को भी बादल छाए रहने की संभावना जताई गई है। बुधवार को दिन में एक-दो बार हल्की से बहुत हल्की बारिश या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
राजस्थान का मौसम कैसा रहेगा?
राजस्थान में अभी भारी बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान है। IMD के जयपुर केंद्र के अनुसार, राज्य के दक्षिण-पूर्वी भागों में तीन सितंबर से फिर से भारी बारिश की गतिविधियां बढ़ने का अनुमान है जबकि तीन, चार और पांच सितंबर को कोटा, उदयपुर, अजमेर व भरतपुर संभाग में भारी से बहुत भारी स्तर की बारिश हो सकती है। इसी तरह जोधपुर, बीकानेर संभाग के कुछ भागों में भी 5 से 7 सितंबर को बारिश की गतिविधियां बढ़ने और दक्षिणी भागों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है।
जम्मू का मौसम कैसा रहेगा?
जम्मू-कश्मीर में मौसम विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि दो और तीन सितंबर को जम्मू संभाग के अधिकांश हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जतायी है। प्रवक्ता ने बताया, “मुख्यत: दो सितंबर की देर रात या तीन सितंबर की सुबह से दोपहर देर तक कठुआ, जम्मू, उधमपुर और रियासी में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है और जम्मू क्षेत्र के डोडा, सांबा, राजौरी, पुंछ, रामबन, किश्तवाड़ और दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग और कुलगाम में मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है।” उन्होंने कहा कि कई संवेदनशील स्थानों पर बादल फटने, अचानक बाढ़ आने, भूस्खलन या पहाड़ियों से पत्थर गिरने तथा नदियों और नालों में जल स्तर बढ़ने की संभावना है। उन्होंने लोगों से जल निकायों से दूर रहने और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से बचने को कहा है।