Heavy Rain in Mountains: जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। बारिश के चलते क्षेत्र की चिनाब, तवी सहित कई नदियां उफान पर हैं। बारिश का प्रभाव वैष्णो देवी पर भी देखने को मिला, यहां श्राइन बोर्ड ने अर्धकुंवारी में भूस्खलन जानकारी दी, जिसमें कुछ तीर्थयात्री घायल हुए हैं।
लगातार भारी बारिश ने जम्मू के कई क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई है। इसके चलते लोगों के घरों में भी पानी घुसने लगा है। बाढ़ के बनते हालातों के बीच फंसे लोगों को निकाला जा रहा है। जम्मू के गादीगढ़ इलाके में फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना के जवानों के रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। इसके लिए सेना ने स्पीडबोट का भी सहारा लिया और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
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बाढ़ की चेतावनी जारी
जम्मू के डीआईजी शिव कुमार शर्मा ने कहा कि बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी गई है। प्रशासन ने जनता से नदियों और नालों के पास जाने से बचने की अपील की है। राजमार्ग पर यातायात चालू है। हम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी उपाय कर रहे हैं।
खोले गए बांध के गेट
भारी बारिश के कारण जलस्तर बढ़ने पर रावी नदी पर बने रंजीत सागर बांध के सभी गेट खोल दिए गए हैं। भारी बारिश के कारण जलस्तर बढ़ने पर रावी नदी पर बने रंजीत सागर बांध के सभी गेट खोल दिए गए हैं। दूसरी ओर भारत की ओर से बारिश के चलते जो पानी पाकिस्तान की ओर जा रहा है, उसकी वजह से पाकिस्तान में बाढ़ के चलते भारी तबाही की स्थिति है।
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हिमाचल में भी बारिश से बिगड़े हालात
जम्मू के हिमाचल प्रदेश में कई स्थानों पर भारी बारिश के कारण भूस्खलन और अचानक बाढ़ आने से दुकानें बह गईं और इमारते तक उजड़ गई। इसके चलते ही हाईवेज से सड़कमार्ग से संपर्क टूट गया है। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार रात से हुई किसी भी घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
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स्थानीय मौसम विभाग ने मंगलवार को कांगड़ा, चंबा और लाहौल एवं स्पीति जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ‘रेड’ अलर्ट जारी किया है। ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, मंडी और कुल्लू जिलों और शिमला शहर में भारी बारिश के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट भी जारी किया गया है।
अधिकारियों के अनुसार मंगलवार सुबह से ही कुल्लू जिले के मनाली में ब्यास नदी की तेज धाराओं ने एक बहुमंजिला होटल और चार दुकानों को बहा दिया। उनके अनुसार, नदी के उफान पर होने से पानी मनाली के आलू मैदान में घुस गया और मनाली-लेह राजमार्ग कई जगहों पर अवरुद्ध हो गया। कुल्लू में घनवी खड्ड (नाले) का पानी घरों में घुस गया। मंडी जिले के बालीचौकी इलाके में सोमवार देर रात लगभग 40 दुकानों वाली दो इमारतें ढह गईं। इमारत के खतरनाक होने के बाद उसे पहले ही खाली करा लिया गया था, इसलिए कोई हताहत नहीं हुआ।