केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया का कहना है कि भारत सरकार कोविड-19 के खिलाफ 18 वर्ष से अधिक आयु के शत प्रतिशत लोगों के शीघ्र टीकाकरण को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इस विषय पर विपक्ष को राजनीति करने की बजाय एकसाथ मिलकर टीकाकरण अभियान को प्रोत्साहित करना चाहिए एवं भ्रम फैलाने वालों को जवाब देना चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के इस बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी जमकर रिएक्ट किया। आकार पटेल (@Aakar__Patel) ने लिखा, ‘कृपया उन चीजों की सूची भेजें जिस पर हम बात कर सकते हैं।’ भक्त बस्टर (@Bhakht_Buster) ने लिखा, ‘वैक्सीन के सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की तस्वीर क्या राजनीति नहीं है?’
संसद में एक सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि देश में कोविड-19 के संदर्भ में टीकाकरण को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए। कोविड संकट के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संघीय ढांचे के अनुरूप सामूहिक प्रयास पर बल दिया। मंडाविया ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों समेत राज्य सरकारों के साथ 20 बार चर्चा की और उन्होंने जो सुझाव दिये उसके अनुरूप समय-समय पर कार्य योजना बदली। ’’ उन्होंने कहा कि कई राज्यों एवं विपक्षी दलों द्वारा सवाल उठाया जाता था कि स्वास्थ्य राज्य का विषय है और इस विषय पर राज्यों को विश्वास में लेना चाहिए। राज्यों ने कहा था कि उन्हें भी टीका खरीदने की अनुमति मिलनी चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि तब प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें कोई आपत्ति नहीं है और वे (राज्य) भी टीका खरीद सकते हैं। एक मई को ऐसी नीति बनी कि 25 प्रतिशत टीका राज्य खरीदें, 25 प्रतिशत निजी इकाई खरीदे और 50 प्रतिशत टीका केंद्र खरीदेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘तब भी हमने राज्यों से कहा कि उन्हें कोई मदद की जरूरत होगी, तब हमें बताएं। कुछ राज्यों ने निविदा भी निकाली। लेकिन टीका उत्पादन करने वाली कंपनियां सीमित थीं ।’’ मंडाविया ने कहा, ‘‘इस विषय पर कुछ लोगों ने राजनीति की, लेकिन हमने नहीं की।’’
उन्होंने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक दो कंपनियां देश में थीं। मॉडर्ना ने भारत में पंजीकरण कराया और जॉनसन एंड जॉनसन के साथ भी काम चल रहा है। फाइजर के साथ भी सरकार बात कर रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस बीच मुख्यमंत्रियों की बैठक में यह कहा गया कि उन्हें टीका नहीं मिल रहा है और केंद्र को 25 प्रतिशत टीका खरीद कर देना चाहिए। इसके अनुरूप नई नीति बनी कि 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को नि:शुल्क टीका लगाया जाएगा।
मंडाविया ने कहा, ‘‘ टीकाकरण के विषय पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। भारत सरकार सभी के शत प्रतिशत टीकाकरण को प्रतिबद्ध है। सभी लोगों को टीकाकरण को बढ़ावा देना चाहिए। सभी लोगों को भ्रम फैलाने वालों को मिलकर जवाब देना चाहिए। सभी लोगों को मिलकर जागरूक बनाना चाहिए । ’’