प्रतिभा शुक्ल 

कोरोना का मतलब मृत्यु तय, माउथ वॉश से कोरोना का वायरस मर जाता है, यह वायरस मांसाहारियों की देन है…ऐसे कई भ्रम कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर चल रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी परामर्श जारी कर लोगों से अपील की है कि सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे उपचार या भ्रमों पर ध्यान न दें। तो वहीं, कांफेडरेशन ऑफ मेडिकल असोसिएशंस ऑफ एशिया एंड ओशिनिया (सीमाओ) के अध्यक्ष डॉ केके अग्रवाल ने कहा कि किसी भी बीमारी या संक्रमण से निपटने के लिए इससे जुड़े भ्रम को दूर करना बहुत जरूरी है क्योंकि नए कोरोना वायरस को लेकर भी कुछ गलत धारणाएं हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से जारी किए गए हालिया अपडेट के अनुसार, नया कोरोना वायरस सभी उम्र के लोगों को संक्रमित कर सकता है।

नवजात शिशुओं पर प्रतिकूल प्रभाव
चीन से कुछ मामलों की रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि कोरोना वायरस नवजात शिशुओं पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है और समय से पहले शिशु जन्म, भ्रूण संकट आदि का कारण बन सकता है। गर्भवती महिलाओं के लिए यात्रा से बचने या किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना महत्त्वपूर्ण है। विशेषज्ञों ने कहा है कि गर्भवती महिलाओं को कोरोना वायरस से बचने के लिए अतिरिक्त चौकस होना चाहिए क्योंकि अगर वे संक्रमित हैं तो जटिलताओं की संभावना अधिक है। गर्भवती महिलाओं को डब्ल्यूएचओ की सभी सिफारिशों का पालन करना चाहिए जैसे हाथों की लगातार धुलाई, अत्यधिक स्वच्छता बनाए रखना, शराब पर आधारित हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करना चाहिए।

कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वालों के लिए खतरा
सर्वा योग के संस्थापक सर्वेश शशि के अनुसार, अभी सबसे अच्छी बात यह है कि मास्क, सैनिटाइजर का उपयोग करके, फिट और स्वस्थ रहने से संक्रमण को रोका जा सकता है। हाल के अनुसंधान से पता चलता है कि कोरोना वायरस कम प्रतिरोधक क्षमता प्रणाली वाले लोगों के लिए बड़ा खतरा है। अपने हाथों को अक्सर साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं। हालांकि यह आपको संक्रमित होने से नहीं रोक सकता है और न ही इसका इलाज है लेकिन कुछ आसन यदि सही तरीके से अभ्यास किए जाएं तो मजबूत प्रतिरोधक क्षमता प्रणाली का निर्माण करने में सहायता कर सकते हैं। इनमें मत्स्यासन, उत्कटासन, उत्तानासन, वृक्षासनंद और हलासन शामिल हैं।

मिथः

-कोरोना का संक्रमण मतलब मृत्यु तय
-नाक पर क्लोरीन लगाने से कोरोना से बच सकता है
-माउथ वाश से कोरोना वायरस मर जाते हैं

हकीकत
-मृत्युदर करीब तीन फीसद पहले से किसी पीड़ित की
-कीटनाशक त्वचा पर लगाने से कोरोना नहीं मरता
-माउथवाश से कोरोना के वायरस नहीं मरते।