Haryana Elections: दिल्ली के मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने के बाद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और हरियाणा के लाल अरविंद केजरीवाल ने अब जनता की अदालत में दस्तक दी है। जब तक अरविंद केजरीवाल जेल में थे, तब तक उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्यसभा सदस्य संदीप पाठक और संजय सिंह के साथ हरियाणा में दो दर्जन से ज्यादा रैलियां की थी। अब केजरीवाल स्वयं हरियाणा के चुनावी समर में मोर्चा संभाल चुके हैं।
जगाधरी में रोड शो से केजरीवाल ने शुरू की चुनावी अभियान की शुरुआत
मूलरूप से हरियाणा के हिसार जिले की सिवानी मंडी के गांव खेड़ा के रहने वाले केजरीवाल का पहला रोड शो यमुनानगर के जगाधरी विधानसभा क्षेत्र शुरू हो चुका है। इसके बाद डबवाली, रानियां, भिवानी, महम, पुंडरी, कलायत, रेवाड़ी, दादरी, असंध, बल्लभगढ़ और बाढ़डा में चुनाव प्रचार करेंगे।
पार्टी कार्यक्रम के तहत अरविंद केजरीवाल के हरियाणा में 11 जिलों में 13 कार्यक्रम निर्धारित किए गए हैं। केजरीवाल का जीर लोगों के साथ करीब से संवाद करने तथा उन तक अपनी बात पहुंचाने पर रहेगा। जनसभाओं और रैलियों की अपेक्षा केजरीवाल ने अपनी चुनाव टीम को संवाद और रोड शो के कार्यक्रम तैयार करने को कहा है।
हरियाणा की सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही AAP
हरियाणा में आम आदमी पार्टी सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ा था। कांग्रेस ने और आम आदमी पार्टी एक कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर चुनाव लड़े थे। विधानसभा चुनाव में भी दोनों दलों के बीच गठबंधन की कोशिश हुई, लेकिन सीटों के बंटवारे पर बात नहीं बन पाई।
हरियाणा में किसी राजनीतिक दल की चुनावी सफलता में जातिगत समीकरणों की अहम भूमिका रहती है। AAP लोगों से विधानसभा चुनावों में उसे एक मौका देने के लिए कह रही है, क्योंकि उसने पहले ही सभी अन्य प्रमुख राजनीतिक दलों को मौका दिया है।
AAP हरियाणा के हर व्यक्ति की आवाज- संदीप पाठक
आप के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को एक मौका दें। अगर वह लोगों के लिए काम करते हैं तो अगली बार उन्हें वोट दें, अन्यथा उन्हें वोट न दें। पाठक ने कहा कि हरियाणा के लोग तय करेंगे कि उन्हें वही सरकार चाहिए जो अब तक चल रही है या वे ‘बदलाव’ चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर लोगों को लगता है कि वे बदलाव चाहते हैं, तो वे निश्चित रूप से हमें जिताएंगे और वे तय करेंगे कि हरियाणा में आप को कितनी सीटें मिलेंगी।
पाठक ने कहा कि आप हरियाणा के हर व्यक्ति की आवाज है। आप नेता हरियाणा में मतदाताओं को लुभाने के लिए दिल्ली और पड़ोसी पंजाब में केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी की सरकारों द्वारा किए गए कार्यों को सामने ला रहे हैं। जनसभाओं को संबोधित करते हुए आप नेता घरेलू उपभोक्ताओं के लिए मुफ्त और चौबीसों घंटे बिजली, सरकारी स्कूलों और अस्पतालों में बदलाव, मुफ्त और अच्छी शिक्षा, पार्टी ने महिलाओं को हर महीने 1,000 रुपये देने का भी वादा किया है, हालांकि इसे अभी दिल्ली और पंजाब में लागू किया जाना है।
रैलियों में पति केजरीवाल का कुछ इस तरह जिक्र करती रहीं सुनीता
रैलियों के दौरान सुनीता केजरीवाल हरियाणा के लोगों को याद दिलाती रही हैं कि उनके पति का जन्म सिवानी गांव में हुआ था और उनका पालन-पोषण हिसार में हुआ था। उन्होंने अपने पति को ‘हरियाणा का लाल’ कहा था और कहा था कि केजरीवाल ने ऐसे काम किए हैं जो बड़ी पार्टियां और बड़े नेता कभी नहीं कर सकतीं। उन्होंने भाजपा पर उनके पति को फर्जी मामले में जेल में डालने का आरोप लगाया था और हरियाणा के लोगों से कहा था कि क्या वे चुप रहेंगे और अपने बेटे का समर्थन नहीं करेंगे।
लोकसभा चुनाव में AAP को नहीं मिली एक भी सीट
चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के लिए बातचीत सफल नहीं हो पाने के बाद आप हरियाणा विधानसभा चुनाव अकेले लड़ रही है। 2024 के लोकसभा चुनावों में केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी, जो कि इंडिया ब्लॉक का हिस्सा थी, उसने कुरुक्षेत्र संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था। लेकिन इसके उम्मीदवार सुशील गुप्ता, जो राज्य इकाई के अध्यक्ष भी हैं, भाजपा के नवीन जिंदल से लगभग 29,000 मतों से हार गए।
AAP का अब तक हरियाणा में निराशाजनक प्रदर्शन
हालांकि, आप 2024 के विधानसभा चुनावों में फिर से अपनी किस्मत आजमा रही है, लेकिन इसका पिछला चुनाव रिकॉर्ड हरियाणा में इसके निराशाजनक प्रदर्शन को दर्शाता है। 2014 के लोकसभा चुनावों में आप ने हरियाणा की सभी 10 संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ा था और असफल रही थी।
आप ने 2019 के लोकसभा चुनावों में जननायक जनता पार्टी से हाथ मिलाया था और फरीदाबाद, करनाल और अंबाला से तीन उम्मीदवार खड़े किए थे और वे भी हार गए थे। 2019 के विधानसभा चुनावों में AAP ने 46 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज करने में विफल रही थी। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी।
