रविवार को हरियाणा के पटौदी में हुए जिस महापंचायत में भाजपा नेता सूरजपाल अमू ने विवादित और भड़काऊ बयान दिए थे, उसका असल एजेंडा धर्मांतरण था। यह खुलासा हरियाणा पुलिस ने किया है. भाजपा नेता सूरजपाल अमू ने पटौदी में हुए महापंचायत में बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान के परिवार के लोगों के खिलाफ भी बदजुबानी की थी और लोगों को मस्जिद तोड़ने के लिए भी उकसाया था। 

मानेसर के डीसीपी ने कहा कि पटौदी में रविवार को महापंचायत हुई थी और उसमें धर्मांतरण एजेंडा था। इस महापंचायत में 500-600 लोगों ने हिस्सा लिया था। इसमें 3-4 गांवों के सरपंच और सूरजपाल अमू भी शामिल थे। इस महापंचायत में कई लोगों ने भाषण दिए थे। साथ ही उन्होंने कहा कि इस संबंध में हमारे पास कोई शिकायत नहीं आई है। शिकायत आने पर हम लीगल राय लेकर कार्रवाई करेंगे। 

मानेसर के डीसीपी ने यह भी कहा कि उन्हें इस महापंचायत के बारे में सूचना मिली थी। इसके लिए हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के साथ बैठक भी की गई थी। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए महापंचायत के दिन पुलिस को तैनात किया गया था और सोशल मीडिया पर नजर भी रखी जा रही थी। 

 

बता दें कि रविवार को हुए इस महापंचायत में भाजपा नेता व करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरजपाल अमू ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि अगर भारत हमारी मां है तो हम पाकिस्तान के बाप हैं और हम यहां पाकिस्तानियों को किराए पर अपना घर नहीं देंगे। अब इन पाकिस्तानियों को देश से निकालने का प्रस्ताव पास किया जाए। 

सूरजपाल अमू ने बॉलीवुड अभिनेता और पटौदी के नवाब सैफ अली खान के बारे में बदजुबानी करते हुए कहा था कि पटौदी में लव जिहाद है और तैमूर को जन्म देने वाले भी पटौदी के हैं। ये लव जिहाद शर्मिला टैगोर के जमाने से होता आ रहा है और इसका बीज पटौदी में ही बोया गया था। इसलिए पटौदी के लोग आप ही इसे काटोगे। आप लोग राजघराने के लोगों का स्वागत बंद करो।

 

इसके अलावा भाजपा नेता सूरजपाल अमू ने महापंचायत में मस्जिद और उसके तरह की इमारतों की बुनियाद को उखाड़ फेंकने के लिए भी उकसाया था। हालांकि बीजेपी ने अमू के बयान से किनारा कर लिया। बीजेपी के शीर्ष नेता ने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत बयान है और पार्टी का इससे कोई लेना देना नहीं है।