हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस-आप गठबंधन की सुगबुगाहट है। आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्डा ने हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया से मुलाकात की है। फिलहाल दोनों ही दलों की ओर से गठबंधन को लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है। आप और कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा था, ऐसे में एक बार इनके साथ आने की मजबूत संभावना जताई जा रही है। सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि आप नेता राघव चड्ढा और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के बीच दो दौर की बैठकें हो चुकी हैं। आम आदमी पार्टी के सूत्रों के अनुसार AAP दस सीटें मांग रही है, जबकि कांग्रेस ने सात सीटें देने की पेशकश की है।
क्या बोले दीपक बाबरिया?
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आप के साथ गठबंधन पर हरियाणा के AICC प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा, “हम उनसे बात कर रहे हैं। कोई भी समझौता तभी होता है जब दोनों पक्षों के लिए जीत की स्थिति हो। हम ऐसे समाधान पर काम कर रहे हैं जिससे हम दोनों को फायदा हो। हम इस पर काम कर रहे हैं और इसे एक या दो दिन में अंतिम रूप दे दिया जाएगा। बात नहीं बनेगी तो हम इसे छोड़ देंगे। मैं संख्या पर नहीं जाना चाहता, यह एक नंबर की संख्या होगी। भाजपा को हराने के लिए हमें जो कुछ भी करना होगा, हम करेंगे।”
क्या बन पाएगी बात?
दीपक बाबरिया के बयान से यह अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि दोनों ही दल गठबंधन को लेकर गंभीर हैं, कांग्रेस आम आदमी पार्टी को 10 से नीचे सीटें देने पर राजी है लेकिन बात नहीं बन रही है। सूत्रों ने बताया कि आप दिल्ली और पंजाब की सीमा से लगे हरियाणा की सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए उत्सुक है, क्योंकि इन राज्यों में पार्टी सत्ता में है।
कांग्रेस को हरियाणा में AAP के साथ गठबंधन को लेकर अपने कार्यकर्ताओं के भीतर से ही विरोध का सामना करना पड़ रहा है। राहुल गांधी चाहते हैं कि गठबंधन हो लेकिन हरियाणा कांग्रेस बिना गठबंधन किए जीत को लेकर आश्वस्त है।