Haryana Assembly Election 2024, Haryana Vidhan Sabha Chunav Seat: हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। सभी सियासी दलों ने अपने-अपने दांव पेच आजमाने शुरू कर दिए हैं। हरियाणा के कैथल जिले की पुंडरी विधानसभा सीट एक ऐसी सीट है, जहां पिछले छह चुनाव से निर्दलीय प्रत्याशी बाजी मार रहे हैं। कैथल विधानसभा सीट पर राष्ट्रीय पार्टियों बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के लिए टफ फाइट होते जा रही है। कई राजनीतिक दिग्गज निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा सीट पर चुनावी जंग में नए चेहरे सतपाल जांबा को उतारा है। वहीं कांग्रेस ने पूर्व विधायक सुल्तान सिंह जड़ौला पर भरोसा जताया है। अगर बात आम आदमी पार्टी की करें तो आप ने इस सीट से पूर्व विधायक नरेंद्र शर्मा को मैदान में उतारा है। पूर्व विधायक रणधीर सिंह गोलेन और पूर्व कांग्रेस नेता सतवीर भाना, बीजेपी छोड़कर आए पूर्व दो बार के विधायक दिनेश कौशिक, सज्जन सिंह ढुल और अन्य मुख्य नेता निर्दलीय उम्मीदवारों में शामिल हैं।
2019 में क्या रहे नतीजे
साल 2019 के इलेक्शन की बात करें तो रणधीर सिंह गोलन ने बाजी मारी थी। उनका मुकाबला कांग्रेस पार्टी के सतबीर भाना से था। गोलन को 41 हजार आठ वोट मिले थे। वहीं भाना को 28 हजार 184 वोट हासिल हुए थे। इस तरह गोलन ने भाना को 12 हजार 824 वोटों के अंतर से हरा दिया था। वहीं भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार वेदपाल एडवोकेट को 20 हजार 990 वोटों के अंतर से हार का मुंह देखना पड़ा था। बता दें कि दिनेशन कौशिक दो बार इस सीट से एमएलए रह चुके हैं। वह फिर से चुनावी दंगल में है।
पुंडरी विधानसभा सीट पर सियासी समीकरण
पुंडरी विधानसभा सीट पर निर्दलीयों का काफी प्रभाव है। यहां पर वोटर्स का स्वतंत्र उम्मीदवारों को चुनने का इतिहास रहा है। पुंडरी निर्वाचन क्षेत्र का मतदान पैटर्न अनूठा है। यहां अब तक हुए 13 चुनावों में से सात में निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। 1996 से पुंडरी ने लगातार छह चुनावों में निर्दलीयों को चुना है। कांग्रेस ने इस सीट पर चार बार जीत दर्ज की है, जबकि जनता पार्टी और लोकदल ने एक-एक बार जीत दर्ज की है। पुंडरी विधानसभा क्षेत्र को रोड बाहुल्य माना जाता है। यहां पर रोड की आबादी 60 फीसदी से ज्यादा है। ब्राह्मण वोट और जाट वोट भी अच्छी-खासी संख्या में हैं।