बेरोजगारी के आंकड़े जारी करने वाली संस्था सीएमआईई पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का गुस्सा एक बार फिर फूट पड़ा है। उन्होंने कहा कि सीएमआईई (CMIE) का डेटा मदारी के खेल जैसा है। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि हमारे पास राज्य के हर बेरोजगार का आंकड़ा है।
सीएमआईई के आंकड़े को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मीडियाकर्मियों कहा कि आप दिसंबर-जनवरी के आंकड़े उठा कर देख लीजिए तो वे कहते हैं कि यहां करीब 36% बेरोजगारी है। लेकिन जनवरी में कहते हैं कि राज्य में अब बेरोजगारी 26% हो गई है। इसका मतलब यह है कि 10% बेरोजगारी घटी है और हमने एक महीने में 25 लाख लोगों को रोजगार दिया है। अगर ये आंकड़े सच होते तो 25 लाख रोजगार एक महीने में देना और 50 लाख एक महीने में हटाना, मदारी के खेल जैसा हो गया है।
आगे उन्होंने कहा कि किसी प्रकार का उनका कोई अध्ययन और आंकड़ा नहीं है। लेकिन हमारे पास यह आंकड़ा है और हम दावे से कह सकते हैं कि किस परिवार में कौन व्यक्ति बेरोजगार है और किस गांव में कितने बेरोजगार हैं। उन बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए हमारे पास योजना बन रही है। कई विभागों के माध्यम से हम लगातार रोजगार दे रहे हैं और आगे भी देते रहेंगे।
बता दें कि सीएमआई के आंकड़ों के अनुसार जनवरी में देश में बेरोजगारी की दर करीब 6.57 प्रतिशत रही। देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी हरियाणा में है। हरियाणा में करीब 23.4 प्रतिशत बेरोजगारी है। वहीं सबसे कम बेरोजगारी 0.7 प्रतिशत तेलंगाना है। हरियाणा के बाद सबसे ज्यादा बेरोजगारी राजस्थान में है। राजस्थान में करीब 18.9% बेरोजगारी दर्ज की गई।
सीएमआईई के आंकड़ों को लेकर पहले भी मनोहर लाल खट्टर का गुस्सा फूटा था। बेरोजगारी को लेकर कांग्रेस के द्वारा निशाना साधे जाने के बाद सीएम खट्टर ने कहा था कि आंकड़ों के साथ छेड़छाड़ करके प्रदेश को बदनाम करने की साजिश हुई है। सीएमआईई के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। साथ ही उन्होंने इस मैगजीन को अविश्वसनीय भी बताया था और उसके आंकड़ों को भी सिरे से खारिज कर दिया था।