Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग की बिसात बिछ चुकी है। बीजेपी से लेकर कांग्रेस और इनोलो से लेकर जेजेपी और आम आदमी पार्टी तक, सभी जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। 12 सितंबर को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि कंप्लीट होने के साथ ही उम्मीदवारों के नाम पूरी तरह तय हो चुके हैं। वहीं हरियाणा की 90 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए मतदान 5 अक्टूबर को होगा और नतीजे जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।

हरियाणा का यह विधानसभा चुनाव दस साल की बीजेपी सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि उसे दस साल की न केवल राज्य, बल्कि केंद्र की भी सत्ता विरोधी लहर का सामान करना है। वहीं लोकसभा चुनाव में बीजेपी से पांच सीटें छीनने वाली कांग्रेस इस चुनाव में 10 साल बाद अपनी सत्ता में वापसी की उम्मीदें लगाए हुए हैं। वहीं छोटे दल अलग-अलग स्तर पर बीजेपी कांग्रेस का खेल बिगाड़ने की जुगत में हैं, जिससे राज्य में बनने वाली सरकार में वे किंग मेकर्स की भूमिका निभा सकें।

जुलाना के सियासी अखाड़े में विनेश फोगाट का टेस्ट

इस चुनाव में जींद के अंतर्गत आने वाली जुलाना विधानसभा सीट अहम है, जबकि कांग्रेस ने पहलवान से नेता बनीं विनेश फोगट को मैदान में उतारा है, जो 6 सितंबर को नामांकन बंद होने से कुछ घंटे पहले ही पार्टी में शामिल हुई थीं। चरखी दादरी के बलाली की रहने वाली विनेश का अपने ससुराल बख्ता खेड़ा के जरिए जुलाना से गहरा नाता है। उनकी सियासी जंग बीजेपी के कैप्टन योगेश बैरागी हैं, जो पूर्व वाणिज्यिक पायलट हैं और हरियाणा बीजेपी की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के वर्तमान उपाध्यक्ष हैं। आप ने पूर्व WWE स्टार और WWE में भारत की पहली महिला पेशेवर पहलवान कविता दलाल को उम्मीदवार बनाकर एक दिलचस्प मोड़ दिया है।

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हुड्डा से होगा हुड्डा का मुकाबला

रोहतक की गढ़ी-सांपला-किलोई सीट भी एक अहम चुनावी मैदान है। ‘जाटों का गढ़’ कहे जाने वाली इस विधानसभा में हुड्डा परिवार का दबदबा है और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा यहां से निर्णायक लड़ाई की उम्मीद लगाए बैठे हैं। बीजेपी ने यहां से मंजू हुड्डा को उम्मीदवार बनाया है, जो रोहतक जिला परिषद की वर्तमान अध्यक्ष हैं और उनके परिवार के माध्यम से स्थानीय स्तर पर उनके अच्छे संबंध हैं। उनके पति राजेश हुड्डा रोहतक में एक जाने-माने दबंग नेता हैं और उनके पिता प्रदीप यादव हरियाणा पुलिस के उपाधीक्षक थे। आप ने प्रवीण गुसखानी को चुना है।

लाडवा में दांव पर CM सैनी की साख?

लाडवा में बीजेपी ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को कांग्रेस के मौजूदा विधायक मेवा सिंह के खिलाफ मैदान में उतारा है। किसान आंदोलन से प्रभावित उत्तरी हरियाणा के जिलों में स्थित यह सीट अपनी जनसांख्यिकी संरचना के कारण महत्वपूर्ण है। ओबीसी की आबादी 40% से अधिक है, जिसमें सैनी समुदाय की हिस्सेदारी लगभग 19% है। यह निर्वाचन क्षेत्र 2009 में बना था और कोई भी पार्टी इसे दो बार नहीं जीत पाई है।

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उचाना कलां से उतरे दुष्यंत चौटाला

हिसार के उचाना कलां की बात करें तो यहां जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला चुनाव लड़ रहे हैं। 2019 में कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी से स्नातक और पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के परपोते दुष्यंत ने भाजपा की प्रेम लता के खिलाफ बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। कांग्रेस ने हाल ही में बीजेपी छोड़कर आए पूर्व आईएएस अधिकारी बृजेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया है, जबकि बीजेपी ने स्थानीय स्तर पर मजबूत पकड़ रखने वाले नए चेहरे देवेंद्र अत्री को मैदान में उतारा है। आप ने पवन फौजी को मैदान में उतारा है।

अभय चौटाला के लिए ऐलनाबाद में कठिन लड़ाई

सिरसा जिले की ऐलनाबाद विधानसभा से इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन के बावजूद अभय 2010 से इस सीट पर काबिज हैं। इनेलो ने हाल ही में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन किया है, जो 90 में से 37 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। गठबंधन जाट और अनुसूचित जाति के वोटों पर भरोसा कर रहा है और कई तरह के प्रलोभन दे रहा है।

बीजेपी ने अमीर चंद मेहता को प्रत्याशी बनाया है, जो एक किसान और सिरसा के जिला अध्यक्ष हैं, जबकि कांग्रेस ने भरत सिंह बेनीवाल और आप ने मनीष अरोड़ा को उम्मीदवार बनाया है।