Haryana Chunav: हरियाणा चुनाव को लेकर मुख्य टक्कर कांग्रेस और BJP के बीच मानी जा रही है, लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी ने भी चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। कांग्रेस आलाकमान BJP के खिलाफ इंडिया गठबंधन की मजबूती का संदेश देने के लिए आप के साथ हरियाणा में गठबंधन करना चाहती है लेकिन सीट शेयरिंग पर पेच फंसा है। आप के तेवर कुछ अलग हैं। एक तरफ जहां गठबंधन को लेकर कोई नतीजा नहीं निकल पाया है, तो दूसरी ओर AAP के राज्यसभा सांसद ने संदीप पाठक ने बड़ा ऐलान कर दिया कि आप राज्य की सभी 90 सीटों पर भी विधानसभा चुनाव लड़ने को तैयार है।
दरअसल, विधानसभा चुनाव को लेकर जारी तैयारियों और कांग्रेस के साथ बातचीत के बीच आप नेता संदीप पाठक ने कहा है कि पार्टी चुनाव के लिए सभी सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा के लिए महज सिर्फ आलाकमान के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हम हर जगह, हर सीट पर पूरी ताकत से चुनाव लड़ने को तैयार हैं।
AAP बोली – बाद में होगा पछतावा
आप नेता संदीप पाठक ने हरियाणा चुनाव में आप को कम समझने के मुद्दे पर बड़ा बयान दिया और कहा कि जो भी हमें कम समझेगा, उसे बाद में बड़ा पछतावा होगा। ध्यान देने वाली बात यह भी है कि शुक्रवार को ही आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा था कि हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस और राष्ट्रीय हित में गठबंधन के लिए चर्चा कर रहे है और सभी तरह के संभव प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा था कि बातचीत चल रही है और उम्मीद ये हैं कि गठबंधन हरियाणा और देश के पक्ष में ही होगा।
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कांग्रेस की जारी है आप से बातचीत
दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर चल रही बातचीत की बात हरियाणा के AICC के प्रभारी दीपक बाबरिया ने स्वीकार की थी और कहा था कि लेफ्ट और सपा ने भी उनसे राज्य में चुनाव लड़ने को लेकर संपर्क किया है। दीपक बाबरिया का कहना था कि कांग्रेस अगर आप से गठबंधन करती है, तो सीट शेयरिंग में आप को डबल डिजट नहीं बल्कि सिंगल में ही समेटा जाएगा।
हालांकि, इंडियन एक्सप्रेस की हालिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि आम आदमी पार्टी 10 सीटों की मांग कर रही है, जिसको कांग्रेस 7 सीटों पर समेट देना चाहती है।
हरियाणा कांग्रेस की बेरुखी
एक अहम पहलू यह भी है कि सूत्र जहां कांग्रेस आलाकमान आप से गठबंधन को पॉजिटिव दिख रहा है, तो दूसरी ओर हरियाणा कांग्रेस की स्टेट यूनिट इसके खिलाफ नजर आ रही है। एक्स्प्रेस की एक रिपोर्ट यह भी बताती है कि सीट शेयरिंग को लेकर हो रही आप-कांग्रेस की एक मीटिंग से पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा अचानक गुस्सा में बिना कुछ बोले बाहर निकल आए थे।
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मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि हुड्डा इस गठबंधन की संभावना से सबसे ज्यादा नाराज हैं क्योंकि जिन सीटों को कांग्रेस आप को देने को लेकर चर्चा कर रही हैं, वे ऐसी हैं, जहां से कांग्रेस में हुड्डा के करीबी नेता चुनाव लड़ते हैं।
ऐसे में अब जब आप की तरफ से गठबंधन को लेकर बातचीत के बीच अचानक सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के बयान सामने आ रहे हैं, तो इसे कांग्रसे पर एक प्रेशर डालने की नीति माना जा रहा है। सवाल यह भी है कि आखिर कांग्रेस आप से गठबंधन करना ही क्यों चाहती हैं। इसको लेकर राजनीतिक विश्लेषक बताते हैं कि हरियाणा के पंजाब से सटे कुछ इलाकों में अच्छा-खासा प्रभाव हैं, जिसके चलते कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती है, जिसके चलते कांग्रेस कोई गुंजाइश नहीं छोड़ना चाहती है।