दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पंजाबियों का मुख्यमंत्री बताने वाले सोशल मीडिया पोस्ट पर वहां की पुलिस ने शुक्रवार (28 दिसंबर) रात शहर से आप के 70 कार्यकर्ताओं को देर रात छापेमारी के बाद हिरासत में ले लिया। वहीं, पार्टी की तरफ से वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने प्रेस वार्ता की, जिसमें उनका आरोप था कि पहले हुड्डा और फिर चौटाला ‘जाट-जाट’ करत थे। समाज ने उसी से परेशान होकर बीजेपी को मौका दिया। अब बीजेपी वाले सूबे को बर्बादी की तरफ ले जा रहे हैं। बीजेपी ने नगर निगम चुनावों में अखबारों में विज्ञापन छपवाया था कि 52 साल में हरियाणा को पहला पंजाबी सीएम मिला है।

आप के मुताबिक, उसके कार्यकर्ता उस फेसबुक पोस्ट को लेकर हिरासत में लिए गए, जिसमें खट्टर के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार को सिर्फ पंजाबियों के लिए काम करने वाली बताया गया था। आप कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने उसे तानाशाही रवैया करार दिया और शहर में कई जगहों पर पुलिस थाने के सामने या आस-पास धरना दिया।

दिल्ली के सीएम इस बाबत यह ट्वीट किया।

आप में आईटी सेल के मुखिया और प्रवक्ता कुलदीप काडयान ने बताया कि हरियाणा पुलिस की क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने आप के लगभग 70 कार्यकर्ताओं के घर पर छापेमारी की थी।

वहीं, एक अन्य आप नेता अंकित लाल ने दावा किया कि जिन लोगों को फेसबुक पोस्ट करने को लेकर हिरासत में लिए गए नेताओं पर भारतीय दंड संहिता की धारा 153, 153-ए और आईटी एक्ट की धारा 66 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

कादयान ने ट्वीट किया, “यह बेहद हैरान करने वाला है कि बीजेपी खुद अपने पंजाबी नेताओं का प्रचार करती है, मगर अगर कोई और उन स्नैपशॉट्स को साझा करे तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता है। जैसे कि वे आतंकी हों। क्या यही लोकतंत्र है?” ट्वीट के साथ उन्होंने वे स्नैपशॉट्स भी अपलोड किए थे, जिनमें बीजेपी के विज्ञापन में खट्टर को पंजाबियों की सीएम बताया गया था।