गुजरात के युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) गुरुवार को 15 हजार कार्यकर्ताओं के साथ भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सदस्तयता लेने जा रहे हैं। हार्दिक पटेल के स्वागत में गांधी नगर के बीजेपी दफ्तर (Gandhi Nagar BJP Office) के बाहर उनके पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टरों में हार्दिक पटेल को राष्ट्रप्रेमी बताया गया है।

सोशल मीडिया पर इसको लेकर यूजर्स ने मजे लेने शुरू कर दिए हैं। एक यूजर लिखता है कि अगर सुबह का राष्ट्रद्रोही शाम को बीजेपी ज्वाइन कर ले तो राष्ट्र भक्त बन जाता है।वहीं हार्दिक पटेल ने बीजेपी की सदस्यता लेने से पहले अपने घर पर पूजा-पाठ भी करवाया है। हार्दिक पटेल की पूजा की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल (Photos Viral on Social Media) हो रहीं हैं।

विनय कुमार @vinaykum1990 नाम के ट्विटर हैंडल यूजर लिखता है, ‘जब कांग्रेस में थे तब देशद्रोही थे क्यों??’ वहीं हार्दिक के घर पर पूजा वाली तस्वीरों को लेकर एक महमूदउल है @hai_mahmoodul नामक का यूजर लिखता है,’अगर सुबह का CD शाम में क्लीन हो जाये तो उसे हार्दिक पटेल कहते है।’

इसके पहले गुरुवार की सुबह हार्दिक पटेल ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, “राष्ट्रहित, प्रदेशहित, जनहित एवं समाज हित की भावनाओं के साथ आज से नए अध्याय का प्रारंभ करने जा रहा हूं। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी के नेतृत्व में चल रहे राष्ट्र सेवा के भगीरथ कार्य में छोटा सा सिपाही बनकर काम करूंगा।” हार्दिक पटेल गुरुवार को पटेल कमलम् गांधीनगर में बीजेपी में शामिल होंगे।

साल 2015 में पहली बार चर्चा में आए हार्दिक पटेल: ये साल 2015 था जब एक 22 वर्षीय युवक अपने पीछे लाखों की भीड़ लिए एक आंदोलन का नेतृत्व कर रहा था, नाम था हार्दिक पटेल और केंद्र सरकार से मांग थी पाटीदार समाज को आरक्षण देने की। हार्दिक पटेल ने गुजरात के अहमदाबाद शहर के जीएमडीसी ग्राउंड में भारी आंदोलन किया था। इस आंदोलन में पांच लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई थी। हालांकि इस आंदोलन में हिंसा भी देखने को मिली थी और इस हिंसा में 14 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी।

18 मई को हार्दिक ने छोड़ा था कांग्रेस का हाथ: साल 2019 में हार्दिक पटेल ने कांग्रेस का दामन थामा था। हार्दक पटेल को कांग्रेस ने 11 जुलाई साल 2020 को गुजरात में प्रदेश कार्यकारी कांग्रेस अध्यक्ष की कमान दी थी लेकिन हार्दिक ने बताया कि वो कांग्रेस की टॉप लीडरशिप से परेशान हो गए थे जिसकी वजह से उन्होंने 18 मई 2022 को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा दिए जाने के बाद हार्दिक ने बताया कि वो कांग्रेस की टॉप लीडरशिप और राहुल गांधी से उपेक्षा किए जाने की वजह से नाराज थे जिसकी वजह से उन्होंने कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया।