भाजपा अध्यक्ष अमित शाह शुक्रवार रात यहां पहुंचे। वहीं पटेलों के लिए आरक्षण की मांग करने वाले आंदोलन का नेतृत्व करने वाले हार्दिक पटेल रविवार सुबह दिल्ली कूच करने के लिए तैयार हैं। वहां वो आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे अन्य समुदायों के नेताओं से मिलेंगे। इस बीच पाटीदार अमानत आंदोलन समिति (पीएएएस) के नेताओं ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल से मिलने से इनकार कर दिया। इस बीच हिरासत में एक युवक की मौत के मामले में हाई कोर्ट के आदेश पर नौ पुलिस कर्मियों पर मामला दर्ज किया गया है। पिछले दो दिन में राज्य में हालात सामान्य होने के बाद शनिवार को अमदाबाद समेत सभी जगहों से कर्फ्यू हटा लिया गया।

हार्दिक पटेल और पीएएएस के अन्य नेता रविवार सुबह साढ़े छह बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे। वहां उनका आरक्षण की मांग को लेकर लड़ाई लड़ रहे 10-15 नेताओं से मिलने का कार्यक्रम है। इनमें गुर्जर और जाट नेता शामिल हैं। हार्दिक पटेल और दिनेश पटेल दोपहर एक बजे एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। उनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का कोई कार्यक्रम नहीं है।

पीएएएस के नेता दिनेश पटेल ने बताया, ‘राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने अमदाबाद में हमारे समुदाय के नेताओं से मुलाकात कर कहा कि वो हार्दिकभाई और अन्य नेताओं से मिलना चाहते हैं। लेकिन हमने उनसे कहा कि हम ऐसा नहीं चाहते हैं।’ नितिन पटेल उस समूह का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसे सरकार ने इस मुद्दे के समाधान के लिए गठित किया है।

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह शुक्रवार रात अमदाबाद पहुंचे। उनके करीबी सूत्रों ने बताया कि वो यहां अपने परिवार के साथ समय बिताने आए हैं। उनका कोई राजनीतिक कार्यक्रम तय नहीं है, यहां तक कि मुख्यमंत्री से मिलने का भी नहीं। वो शनिवार रात वापस लौट सकते हैं।

पटेल आरक्षण आंदोलन के दौरान 32 साल के स्वेतांग पटेल की कथित रूप से हिरासत में मौत के आरोप में हाई कोर्ट के आदेश पर पुलिस के दो निरीक्षकों और एक उपनिरीक्षक समेत नौ पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज किया गया है। स्वेतांग पटेल का अंतिम संस्कार रविवार को होगा। इसमें पटेल आरक्षण के नेता हार्दिक पटेल भी भाग ले सकते हैं। वहीं पिछले दो दिन में हालात सामान्य होने पर प्रशासन ने कर्फ्यू हटा लिया है।

सहायक पुलिस आयुक्त केडी पांड्या ने कहा कि बापूनगर के पुलिस निरीक्षक पीडी परमार और आरआर वसावा उन नौ पुलिसकर्मियों में शामिल हैं, जिन पर श्वेतांग पटेल की मौत के मामले में मामला दर्ज किया गया है। पांड्या ने कहा, ‘हमने श्वेतांग मौत के मामले में कल देर रात बापूनगर के दो पुलिस निरीक्षकों, एक डी स्टाफ पीएसआइ और डी स्टाफ के छह अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।’

हालांकि श्वेतांग के परिवार के वकील बीएम मांगुकिया ने दावा किया कि प्राथमिकी में हिरासत में कथित रूप से मौत के लिए जिम्मेदार सभी पुलिस अधिकारियों के नाम नहीं हैं। मांगुकिया ने कहा, ‘हमने मांग की थी कि उन सभी लोगों के नाम शामिल हों, जो इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं। लेकिन उन्होंने हमारी मांग के मुताबिक प्राथमिकी दर्ज नहीं की और एसीपी समेत कई शीर्ष पुलिस अधिकारियों को छोड़ दिया। हम इस मामले में निचले स्तर के पुलिस अधिकारियों को बलि का बकरा बनते हुए नहीं देखना चाहते।’ श्वेतांग को 25 अगस्त को पुलिस कथित रूप से पकड़ कर ले गई थी।

श्वेतांग की मां प्रभाबेन पटेल की याचिका के मुताबिक उसे पुलिस ने कथित रूप से बुरी तरह पीटा। इससे उसकी मौत हो गई। गुजरात हाई कोर्ट ने शव का दूसरा अंत्य परीक्षण करने का आदेश दिया। इससे पता चला कि उसकी मौत सिर में गंभीर चोट की वजह से हुई थी। हाई कोर्ट ने शुक्रवार को कहा था कि प्रथम दृष्टया यह नरसंहार का मामला है। अदालत ने प्रशासन को प्राथमिकी दर्ज कर मामले की सीआइडी जांच का भी निर्देश दिया था।

इस बीच पटेलों के लिए आरक्षण की मांग करने वाले हार्दिक पटेल ने शनिवार को कहा कि वो कथित रूप से हिरासत में मर गए स्वेतांग पटेल के अंतिम संस्कार में रविवार को शामिल हो सकते हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, ‘मैंने अपने बिरादरी के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। वहां यदि कुछ गलत हुआ तो सरकार को जिम्मेदारी लेनी होगी।’

वहीं पिछले दो दिन में हिंसा की कोई बड़ा घटना न होने के बाद सभी प्रभावित हिस्सों से कर्फ्यू हटा लिया गया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (विधि व्यवस्था) पीपी पांडे ने कहा, ‘राज्य में हिंसा की कोई घटना नहीं होने के साथ सभी हिस्सों से कर्फ्यू हटा लिया गया जहां 25 अगस्त को कर्फ्यू लगाया गया था।’ अधिकारियों ने कहा कि अमदाबाद शहर के सभी नौ पुलिस थाना क्षेत्रों से कर्फ्यू हटा लिया गया। हालांकि हिंसा प्रभावित सभी इलाकों में अर्द्धसैनिक बल की भारी तैनाती बनी रहेगी।
25 अगस्त को यहां आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को हिरासत में लेने के बाद हिंसा शुरू हो गई थी।

रक्षाबंधन पर बाजारों में चहल-पहल रही। दुकानें और दूसरे व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रहे। राजकोट, मेहसाणा, सूरत, जामनगर, मोरबी और साबरकांठा समेत हिंसा प्रभावित दूसरे जिलों में हालात सामान्य हो गए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हालांकि मोबाइल इंटरनेट सेवाएं सोमवार तक बंद रहेंगी।
* आरक्षण के लिए लड़ रहे नेताओं से करेंगे मुलाकात

* हिरासत में मौत मामले में नौ पुलिसवालों पर केस

* राज्य में हालात सामान्य होने पर हटाया गया कर्फ्यू