अयोध्या में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से 2 करोड़ की जमीन 18.5 करोड़ में खरीदे जाने के आरोपों पर विवाद के साथ राजनीति भी बढ़ती जा रही है। एक हालिया टीवी डिबेट में जब कांग्रेस, सपा और आम आदमी पार्टी की ओर से जमीन सौदे को लेकर लगाए गए आरोपों का जिक्र किया गया, तो हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास भड़क गए। इसके साथ ही भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी कांग्रेस समर्थक नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को आड़े हाथों ले लिया।
कांग्रेस पार्टी ने कभी भी राम के अस्तित्व को नहीं माना। सदैव राम के अस्तित्व को नकारा। हमेशा राम जी को टेंट में रखा, जिसके नाते महाराज जी आपको भी कांग्रेस ने हमेशा छला। लगातार आप आवाज उठाते हो, आपके लिए कांग्रेस ने किया। आपको धोबी का बना दिया। आप कांग्रेस की बात करते हो। कांग्रेस पार्टी के लोगों ने साधु-संतों को आतंकवादी कहा है।
क्या दिया प्रमोद कृष्णम ने बयान?: राजू दास के आरोपों पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि क्या आप कांग्रेस, समाजवादी पार्टी के आरोपों का जवाब नहीं देंगे? मैं भी ये जानना चाहता हूं। अगर सवाल उठता है तो इससे संत समाज की मर्यादा, प्रतिष्ठा कम नहीं हो जाएगी। भगवान श्रीराम से भी सवाल उठा था। धरती पर उनके पुत्रों ने सवाल किया। उन्हें जवाब देना पड़ा। जिस भगवान राम का मंदिर हम बना रहे हैं, उसके न्यास पर सवाल उठता है, तो जवाब बिल्कुल दिया जाना चाहिए।
महाभारत का उदाहरण देने लगे संबित पात्रा?: प्रमोद कृष्णम के सवालों पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, “सवाल उठा कौन रहा है, उसकी क्रेडिबिलिटी कितनी है? आपने खुद कहा है कि कोई घोटाला हुआ है ये आक्षेप नहीं लगा रहे हैं। तो सवाल उठा कौन रहा है। सवाल उठा रही कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी।” पात्रा ने आगे कहा, “कांग्रेस पार्टी भगवान राम को नहीं मानती, उन्हें काल्पनिक मानती है। समाजवादी पार्टी की क्रेडिबिलिटी- भगवान राम के भक्तों पर गोली चलाने से उसे अच्छा लगता है। आम आदमी पार्टी की तो क्रेडिबिलिटी ही छोड़िए। पहले ये आक्षेप लगा देते हैं, फिर कान पकड़ कर उठक-बैठक जाकर कमरे में कभी नितिन गडकरी जी के पास कभी अरुण जेटली के पास जाकर करते हैं।”
संबित पात्रा ने महाभारत का उदाहरण देते हुए कहा, “दुर्योधन ने भगवान कृष्ण को कहा था कि तू तो मायावी है, मैं जो पूछ रहा हूं, उसका जवाब दे। कृष्ण ने कहा- तुझे मैं जवाब दूंगा। मैं तुझे जवाब नहीं देता। शिशुपाल को क्या कृष्ण ने जवाब दिया। कृष्ण ने न कंस को जवाब दिया, न शिशुपाल को जवाब दिया और न ही दुर्योधन को जवाब दिया। कृष्ण ने उन पर सुदर्शन चक्र चलाया और धर्म की स्थापना की। इसलिए संत समाज जो बिल्कुल सच्चा-शुद्ध है, उसे जवाब देने की आवश्यकता नहीं है। फिर भी संत समाज जवाब दे रहा है।”