ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने बड़ा दावा किया है। विष्णु शंकर जैन ने दावा करते हुए कहा मुस्लिम समुदाय के सदस्यों द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं जो हर दिन वहां ‘नमाज’ अदा करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे (मुस्लिम समुदाय के सदस्य) आ रहे हैं और तहखाने पर बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं ताकि छत को गिराया जा सके और पूजा को रोका जा सके। ये मुस्लिम समुदाय के सदस्यों द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है।

कोर्ट में दाखिल की गई याचिका- विष्णु शंकर जैन

विष्णु शंकर जैन ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “हमने जिले की कोर्ट में एक आवेदन दायर किया है। उसमे हमने पूछा है कि जहां तक ​​तहखाने की छत पर उनके प्रवेश का सवाल है, नमाजियों को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। इसके अलावा तहखाने में मरम्मत कार्य कराया जाना चाहिए ताकि पूजा की जा सके। कोर्ट का आदेश बिना किसी रुकावट के चल सकता है।”

ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर व्यास जी तहखाना स्थित है। जब से पूजा की अनुमति मिली है, मुस्लिम पक्ष उसके बाद से ही असहज है। इलाहबाद हाई कोर्ट में फैसले को चुनौती भी दी गई लेकिन याचिका खारिज हो गई। इस बीच ज्ञानवापी के व्यास जी तहखाने में पूजा सारी तैयारी के साथ होती है।

व्यास जी के तहखाने में होती है पांच बार की आरती

व्यास जी के तहखाने में पांच बार आरती की जाती है। मंगला आरती सुबह 3:30 बजे, भोग आरती दोपहर 12 बजे, शाम 4 बजे, सांयकाल आरती शाम 7 बजे, शयन आरती रात 10:30 बजे की जाती है। बता दें कि वाराणसी की जिला अदालत ने हिंदू पक्ष को बड़ी राहत देते हुए परिसर में मौजूद तहखाने में हिंदुओं को पूजा-पाठ करने का अधिकार देने का निर्णय सुनाया था। जिला जज डॉ अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने डीएम को व्यास जी के तहखाने में पूजा-पाठ के प्रबंध करने का आदेश दिया था।

मान्यता है कि व्यास जी तहखाने के सामने ही नंदी विराजमान है। इसी कारण 1993 तक तहखाने में पूजा की जाती थी। लेकिन 1993 में तत्कालीन मुलायम सरकार ने उस पर रोक लगा दी थी। लेकिन अब 31 सालों बाद फिर हिंदू पक्ष को वहां पर पूजा करने का अधिकार मिला है।