Gyanesh Kumar New Chief Election Commissioner: ज्ञानेश कुमार भारत के नए मुख्य चुनाव आयुक्त होंगे। मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 18 फरवरी को रिटायर हो रहे हैं। ज्ञानेश कुमार अभी तक चुनाव आयुक्त की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उनके नाम पर मुख्य चुनाव आयुक्त को चुनने वाली समिति ने मुहर लगा दी है। इसके साथ ही डॉक्टर विवेक जोशी को चुनाव आयुक्त के पद पर चुना गया है। ज्ञानेश कुमार आईआईटी कानपुर से बीटेक हैं। कानून मंत्रालय ने इस बारे में नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।

ज्ञानेश कुमार 1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अफसर हैं। कुमार चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति संबंधी नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले मुख्य चुनाव आयुक्त हैं। इस कानून के तहत मुख्य चुनाव आयुक्त के चयन के लिए गठित समिति में मुख्य न्यायाधीश के स्थान पर गृह मंत्री को शामिल किया गया है।

राहुल गांधी ने जताई थी आपत्ति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और विपक्ष के नेता राहुल गांधी की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने सोमवार शाम को दिल्ली में बैठक की। इसमें मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के उत्तराधिकारी का फैसला किया गया। प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने ज्ञानेश कुमार के नाम पर सहमति जताई और राष्ट्रपति को उनके नाम की सिफारिश की, राहुल गांधी ने इसका विरोध किया। राहुल गांधी ने कहा कि नियुक्ति की प्रक्रिया की बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई तक के लिए टाल दिया जाए।

आर्टिकल 370 से है कनेक्शन

कौन हैं ज्ञानेश कुमार?

1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी ज्ञानेश कुमार पिछले साल 31 जनवरी को सहकारिता सचिव के पद से रिटायर हुए। कुमार इससे पहले केंद्र में संसदीय मामलों के सचिव थे और 2019 में आर्टिकल 370 के निरस्त होने के दौरान गृह मंत्रालय में एडिशनल सेक्रेटरी के रूप में भी कार्यरत थे। उन्होंने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 को तैयार करने में भी अहम भूमिका निभाई। मई 2021 में कुमार को संसदीय कार्य मंत्रालय का सचिव नियुक्त किया गया।

बाद में उन्होंने मई 2022 में केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय के सचिव की भूमिका संभाली, जिसकी देखरेख भी अमित शाह करते हैं। साथ ही, उन्होंने संसदीय कार्य मंत्रालय के सचिव का अतिरिक्त प्रभार भी अपने पास रखा। सहकारिता मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान, कुमार ने बहु-राज्य सहकारी समितियां (MSCS) (संशोधन) अधिनियम, 2023 को लागू करने में खास भूमिका निभाई। कुमार ने यूपीए सरकार के दौरान 2007 से 2012 तक रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर काम किया।

जनवरी, 2029 तक रहेगा कार्यकाल

सीईसी के रूप में उनका कार्यकाल 26 जनवरी, 2029 तक रहेगा। इस दौरान वे आयोग का नेतृत्व करेंगे। इस अवधि में 20 विधानसभा चुनाव, 2027 में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव होने हैं। साथ ही 2029 के लोकसभा चुनावों को लेकर तैयारियां भी होनी हैं। चुनाव आयोग ने मानी गर्मी में चुनाव कराने की गलती पढ़ें पूरी रिपोर्ट…