प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मोरबी पहुंच गए हैं और उन्होंने हादसे वाली जगह का मुआयना किया। पीएम मोदी के साथ राज्य के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी भी मौजूद रहे। हर्ष सांघवी ने घटनास्थल पर पीएम मोदी को पूरी जानकारी दी कि घटना कैसे हुई और कैसे बचाव कार्य को अंजाम दिया जा रहा है।

इसके बाद पीएम मोदी ने राहत-बचाव कार्य में लगे सभी टीमों से भी मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने बचाव कार्य में लगे स्थानीय लोगों से भी मुलाकात की। इसके बाद पीएम मोदी सीधे मोरबी के सिविल अस्पताल रवाना हो गए, जहां उन्होंने घायलों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने घायलों को आश्वाशन दिया कि घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इसके बाद पीएम मोदी का काफिला मोरबी के एसपी दफ्तर की ओर रवाना हो गया। पीएम मोदी ने अधिकारियों के साथ एसपी दफ्तर में समीक्षा बैठक की और हादसे के बाद क्या कार्रवाई पुलिस की ओर से की गई, इसकी जानकारी ली। बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि मामले की गहराई से जांच की जरूरत है।

मोरबी हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 135 हो गई है। राहत और बचाव अभियान अभी भी जारी है। बता दें कि मोरबी में बीते 30 अक्टूबर को मच्छु नदी पर बना केबल ब्रिज अचानक टूट गया था। कहा जा रहा है कि हादसे के वक्त पुल पर 300 से ज्यादा लोग मौजूद थे।

अब तक 135 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि दो लोग लापता हैं। वहीं 17 लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि मोरबी हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मरने वालों के परिजनों को PMNRF से 2-2 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया था। साथ ही घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की भी घोषणा की गई है।

वहीं गुजरात सरकार की ओर से भी मृतक परिजनों को 4-4 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा हुई है। मोरबी हादसे के बाद 9 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। राजकोट रेंज के आईजी ने सोमवार को बताया था कि ओरेवा का मैनेजर दीपक भाई पारेख, ठेकेदार देवांग परमार, टिकट क्लर्क मनसुख भाई समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन लोगों के खिलाफ 304, 314 और 114 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। 50 लोगों की टीम जांच में जुटी है। 

बता दें कि मोरबी आने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में गांधीनगर में सोमवार शाम एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक हुई थी। इस दौरान उन्होंने प्रभावित लोगों को हर संभव मदद करने के निर्देश दिया था। बैठक में गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, गुजरात के मुख्य सचिव और डीजीपी सहित राज्य के गृह विभाग और गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सहित अन्य शीर्ष अधिकारी शामिल थे।