Kamal Saiyed, Aditi Raja

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ गुजरात में है। शनिवार को यह भरूच में थी। इस दौरान आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के बीच सबकुछ ठीक नहीं दिखा। AAP के कार्यकर्ता तो राहुल का इंतजार कर रहे थे लेकिन कांग्रेस नेता की ओर से वैसी प्रतिक्रिया नहीं मिली, जैसी उम्मीद की जा रही थी। भारत जोड़ो न्याय यात्रा जब छोटा उदेपुर जिले के बोडेली से नर्मदा के राजपीपला और फिर भरूच के नेतरंग की ओर आगे बढ़ी, तो कांग्रेस और आप पार्टी झंडे एक साथ देखे गए। हालांकि मतभेद साफ दिखाई दे रहे थे।

अहमद पटेल के बेटे और बेटी राहुल की यात्रा में नहीं हुए शामिल

कांग्रेस के दिवंगत दिग्गज नेता अहमद पटेल के बेटे फैसल और बेटी मुमताज राहुल की यात्रा में नहीं थीं। इससे पहले दोनों ने लोकसभा चुनावों के लिए इंडिया गठबंधन के तहत हुए सीट बंटवारे में AAP के विधायक चैतर वसावा को भरूच से चुनाव लड़ने पर खुले तौर पर निराशा व्यक्त की थी।

द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए फैसल पटेल ने शनिवार को कहा, “मैं दिल्ली में हूं। अपनी मां और बेटी की देखभाल कर रहा हूं क्योंकि मैं सिंगल पेरेंट हूं। मेरे अनुसार विश्वास पहले आता है, फिर परिवार, उसके बाद अन्य चीजें।” राहुल गांधी जिस चमकदार लाल जीप पर शनिवार को सवार हुए, उसी पर चैतर वसावा भी थे लेकिन राहुल ने उनका नाम नहीं लिया। कांग्रेस सांसद ने नेतरंग में स्थानीय लोगों के साथ बातचीत के दौरान उनका जिक्र नहीं किया।

राहुल ने नहीं किया AAP नेताओं का जिक्र

गुरुवार को जब भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने दाहोद जिले के झालोद में प्रवेश किया, तब राहुल गांधी ने अपने संबोधन में AAP गुजरात प्रमुख इसुदान गढ़वी और राष्ट्रीय संयुक्त सचिव गोपाल इटालिया का जिक्र नहीं किया। राहुल ने आप नेताओं के साथ मंच साझा किया और पारंपरिक आदिवासी धनुष और तीर स्मृति चिन्ह भी AAP के प्रमुख नेताओं से स्वीकार किया।

चैतर वसावा के साथ जीप पर भरूच जिला कांग्रेस इकाई के प्रमुख राजेंद्रसिंह राणा भी थे, लेकिन दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को देखा भी नहीं। इससे पहले शनिवार सुबह छोटा उदेपुर के बोडेली में कांग्रेस नेता अर्जुन राठवा और आप नेता राधिका राठवा को इंडिया गठबंधन के बारे में इंटरव्यू देते देखा गया। उन्होंने कहा कि वे अपनी-अपनी पार्टी आलाकमान के निर्णय का पालन कर रहे हैं। बता दें कि राधिका राठवा पूर्व कांग्रेस नेता और सांसद अमरसिंह राठवा की बेटी हैं, जो 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले आप में शामिल हो गए थे और पावी जेतपुर विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ा था।

अर्जुन राठवा गुजरात में आप के प्रमुख कुछ सदस्यों में से थे। हाल ही में आप में नेतृत्व और दिशा की कमी का हवाला देते हुए वह फिर कांग्रेस में शामिल हो गए। राधिका राठवा ने कहा, “पार्टी आलाकमान ने निर्णय लिया है और हम इसका पालन करेंगे। कांग्रेस हमारे नेताओं (भरूच में चैतर वसावा और भावनगर में उमेश मकवाना) के लिए प्रचार करेगी वहीं AAP कार्यकर्ता भी गुजरात की बची 24 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस के लिए प्रचार करेंगे।”

हम बड़े भाई- कांग्रेस

गुजरात में कांग्रेस नेताओं के लिए आप के साथ गठबंधन स्वीकार करना कठिन रहा है। आप के साथ कांग्रेस के गठबंधन पर गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने शुक्रवार को गोधरा में कहा, “हम पार्टी के सैनिक हैं और हम हैं। हमने पार्टी के फैसले को स्वीकार कर लिया है और हम फैसले का पालन करेंगे। बीजेपी वह पार्टी थी जिसने कहा था कि पीडीपी के पिता-पुत्री (मुफ्ती मोहम्मद सईद और महबूबा मुफ्ती) ने कश्मीर को बर्बाद कर दिया है, लेकिन जब मौका आया तो बीजेपी पहले मुफ्ती मोहम्मद और फिर महबूबा मुफ्ती के साथ गठबंधन किया। हम गुजरात में (आप के) बड़े भाई बने रहेंगे।”