चुनाव आयोग ने बुधवार को गुजरात के मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि 51 अधिकारियों को उनके संबंधित मुख्यालयों में तबादला करके इसकी रिपोर्ट गुरुवार की दोपहर बाद 4 बजे तक सौंपे। इन 51 अधिकारियों में 6 वरिष्ठ आईपीएस शामिल हैं। इससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से अधिकारियों की तबादला रिपोर्ट नहीं देने पर जवाबतलब किया।

सूत्रों ने बुधवार को कहा कि गुजरात प्रशासन ने चुनाव आयोग से खिंचाई किए जाने के बाद विधानसभा चुनाव से पहले 900 से अधिक अधिकारियों का तबादला कर दिया था, लेकिन छह वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों सहित 51 और को अब भी हटाया जाना बाकी रह गया है।

जिन 51 अधिकारियों का तबादला किया जाना बाकी है, उनमें छह आईपीएस अधिकारी- अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रेमवीर सिंह (अपराध, अहमदाबाद शहर) और ए जी चौहान (यातायात, अहमदाबाद शहर), और पुलिस उपायुक्त हर्षद पटेल (नियंत्रण कक्ष, अहमदाबाद शहर), मुकेश पटेल (जोन- IV, अहमदाबाद शहर), भक्ति ठाकर (यातायात, अहमदाबाद शहर) और रूपल सोलंकी (अपराध, सूरत शहर) शामिल हैं।

रिमाइंडर के बाद भी रिपोर्ट देने में विफल रहने पर जताई नाराजगी

एएनआई के मुताबिक चुनाव आयोग को मुख्य सचिव की एक रिपोर्ट बुधवार की सुबह मिली है। इसमें 900 से अधिक विभिन्न ग्रेड और सेवाओं के अधिकारियों के तबादले की अनुपालन रिपोर्ट थी। सूत्रों ने कहा कि रिमाइंडर के बावजूद मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक कुछ श्रेणी के अधिकारियों के स्थानांतरण और पोस्टिंग पर अनुपालन रिपोर्ट भेजने में विफल रहे थे। विधानसभा चुनाव से पहले इस लापरवाही पर कड़ा रुख अपनाते हुए चुनाव आयोग ने पिछले सप्ताह राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी से स्पष्टीकरण मांगा था।

मीडिया सूत्रों ने पत्र का हवाला देते हुए कहा कि उनसे हालात की वजह बताने के लिए कहा गया था कि “मामले में रिमाइंडर जारी करने के बावजूद निर्धारित समय सीमा समाप्त होने के बाद भी अब तक अनुपालन रिपोर्ट क्यों नहीं दी गई।”

अधिकारियों के स्थानांतरण एवं नियुक्ति संबंधी पत्र हिमाचल प्रदेश और गुजरात को भेजे गए थे, जबकि हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को मतदान होगा। गुजरात चुनाव के लिए तारीखों की घोषणा अभी नहीं की गई है। आयोग ने दोनों राज्य सरकारों को अपने गृह जिलों में तैनात अधिकारियों और पिछले चार वर्षों में एक जिले में तीन साल बिताने वाले अधिकारियों को स्थानांतरित करने का निर्देश दिया था।