खूबसूरत वादियों वाली कश्मीर घाटी का दीदार अब फिर से किया जा सकेगा। पर्यटक वहां घूमने-फिरने का लुत्फ उठा सकेंगे। ऐसा इसलिए, क्योंकि सोमवार (सात अक्टूबर, 2019) को जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पर्यटकों के लिए जारी सुरक्षा परामर्श वापस लेने का निर्देश दे दिया है। उन्होंने दो महीने से चले आ रहे उस परामर्श को वापस लेने का निर्देश दिया, जिसमें पर्यटकों को घाटी छोड़ने के लिए कहा गया था।
एक सरकारी प्रवक्ता के हवाले से बताया गया, ‘‘राज्यपाल ने निर्देश दिया कि पर्यटकों को घाटी छोड़कर चले जाने का गृह विभाग विभाग का परामर्श तत्काल वापस लिया जाए। ऐसा दस अक्टूबर को तत्काल प्रभाव से किया जाएगा।’’
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने दो अगस्त को एक सुरक्षा परामर्श जारी कर कश्मीर घाटी में आतंकवादी हमले की आशंका का हवाला देते हुए अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों से यथाशीघ्र कश्मीर छोड़कर चले जाने को कहा था।
इस परामर्श के कुछ दिन बाद पांच अगस्त को केंद्र ने संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त करने और जम्मू कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने की घोषणा की थी। प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल ने यहां सलाहकारों और मुख्य सचिव के साथ ‘स्थिति सह सुरक्षा समीक्षा’ बैठक में यह निर्देश दिया।
पश्चिमी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ ने जम्मू की अग्रिम चौकियों का किया दौराः पश्चिमी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल आर पी सिंह ने सोमवार को जम्मू के ‘टाइगर डिविजन’ की अग्रिम चौकियों का निरीक्षण किया और अभियान संबंधी तैयारियों की समीक्षा की। एक रक्षा प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि जनरल ऑफिसर ने अग्रिम चौकियों पर तैनात सैनिकों से मुलाकात की और उच्च स्तर की सतर्कता बनाए रखने के लिए उनकी प्रशंसा की। प्रवक्ता ने बताया कि कमांडर ने सैनिकों को सतर्क रहने और देश पर मंडराने वाले बाहरी खतरों को लेकर हमेशा सजग रहने को कहा।