ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2020 की रिपोर्ट शुक्रवार को जारी हुई। इसमें भारत 107 देशों की लिस्ट में 94 पायदान पर है। रिपोर्ट के अनुसार, 27.2 के स्कोर के साथ, भारत में भूख का स्तर ‘गंभीर’ है। भारत की रैंकिंग पिछले साल 117 देशों में से 102 थी। भारत से नीचे मात्र 13 देश हैं। ये देश हैं- रवांडा, नाइजीरिया, अफगानिस्तान, लीबिया, मोजाम्बिक और चाड हैं।
इंडेक्स में भारत नेपाल और पाकिस्तान से भी नीचे है। रिपोर्ट के मुताबिक नेपाल (73), पाकिस्तान (88), बांग्लादेश (75), इंडोनेशिया (70) पायदान पर हैं। भारत से नीचे रवांडा (97), नाइजीरिया (98), अफगानिस्तान (99), लाइबेरिया (102), मोजाम्बिक (103), चाड (107) हैं। रिपोर्ट के अनुसार, भारत की 14 प्रतिशत आबादी अल्पपोषित है। इसमें यह भी कहा गया है कि देश में 37.4 प्रतिशत बच्चों की स्टंटिंग दर दर्ज की गई। स्टंड बच्चे उन्हें कहा जाता है कि जिनकी लंबाई उनकी उम्र की तुलना में कम होती है और जिनमें अधिक कुपोषण दिखाई देता है।
हंगर इंडेक्स को लेकर वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने एक ट्वीट किया है। भूषण ने ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ का एक कार्टून शेयर कर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। वरिष्ठ वकील ने लिखा “भारत प्रति व्यक्ति आय घरेलू उत्पाद में बांग्लादेश के नीचे जाने के बाद, अब भारत ग्लोबल हंगर इंडेक्स में बांग्लादेश और पाकिस्तान से भी नीचे पहुंच गया है। बहुत अच्छा चल रहा है मोदीजी”
After India goes below Bangladesh in per capita GDP, India reaches almost the bottom of the world hunger index even below Bangladesh and Pakistan! Great going Modiji pic.twitter.com/l1VmjEAoPJ
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) October 17, 2020
वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने इसी वैश्विक सूचकांक के सहारे सरकार पर अपने कुछ खास ‘मित्रों’ की जेब भरने का आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने शनिवार को अपने ट्वीट में लिखा, “भारत का ग़रीब भूखा है क्योंकि सरकार सिर्फ़ अपने कुछ ख़ास ‘मित्रों’ की जेबें भरने में लगी है।”
बता दें ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2019 की रिपोर्ट में चीन 25वें, पाकिस्तान 94वें, बांग्लादेश 88वें, नेपाल 73वें, म्यांमार 69वें और श्रीलंका 66 वें पायदान पर था। वहीं बेलारूस, यूक्रेन, तुर्की, क्यूबा और कुवैत जीएचआई रैंक में अव्वल रहे थे। पिछले साल भारत की रैंकिंग 117 देशों में से 102 थी, वहीं 2018 में भारत 119 देशों में से 103 वें स्थान पर था।