बिजनेसमैन गौतम अडानी की कंपनी अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड मुंबई एयरपोर्ट इंटरनेशनल लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रही है। कंपनी की तरफ से इसके लिए कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी से बात कर रही है।

मामले के जानकार लोगों का कहना है कि क्यूआईए मुंबई एयरपोर्ट में सीधे निवेश करना चाहता है। लेकिन उसे अडानी एयरपोर्ट में हिस्सेदारी खरीदनी हो होगी। मिंट की खबर के अनुसार इस मामले में अडानी ग्रुप और कतर इन्वेस्टमेंट दोनों ने ही टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। बता दें कि कतर इन्वेस्टमेंट कंपनी पहले ही अडाणी मुंबई इलेक्ट्रिसिटी लिमिटेड में निवेशक है। मालूम हो कि बिजनेसमैन अडानी की कंपनी ने पिछले महीने ही मुंबई एयरपोर्ट में जीवीके ग्रुप में हिस्सेदारी का अधिग्रहण के लिए करार किया था।

इसके बाद उसकी हिस्सेदारी बढ़ कर 74 फीसदी होने की बात कही गई थी। मुंबई एयरपोर्ट में हिस्सेदारी के बाद 6 एयरपोर्ट अडानी ग्रुप के अधीन आ जाएंगे। इसके बाद अडानी ग्रुप देश का दूसरा सबसे बड़ा प्राइवेट एयरपोर्ट ऑपरेटर बन जाएगा। फिलहाल देश का सबसे बड़ा प्राइवेट एयरपोर्ट ऑपरेटर जीएमआर ग्रुप है, जो दिल्ली और हैदराबाद एयरपोर्ट जैसे हवाई अड्डों का संचालन कर रहा है।

अडानी समूह फिलहाल देश के 11 बंदरगाहों का संचालन करता है, जबकि मुंबई एयरपोर्ट समेत देश के 6 बड़े हवाईअड्डों का ठेका भी उसके पास है। इस तरह अब कुल 12 बंदरगाहों का संचालन अडानी ग्रुप के पास हो जाएगा। यही नहीं अडानी लॉजिस्टिक्स कंपनी के जरिए कार्गो बिजनेस में भी गौतम अडानी का बड़ा दखल है। पावर सेक्टर की ही बात करें तो कंपनी जनरेशन, ट्रांसमिशन से लेकर डिस्ट्रिब्यूशन तक के बिजनेस में शामिल है।