असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई पर पाकिस्तान से संबंध होने के आरोप लगाए हैं। इसका जवाब देते हुए गौरव गोगोई ने मंगलवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पड़ोसी देश की यात्राओं का उल्लेख किया। सरमा ने गोगोई और उनकी पत्नी एलिजाबेथ पर आईएसआई से संबंध होने के आरोप लगाए हैं और इसकी जांच के लिए एसआईटी गठित की है।
मुख्यमंत्री सरमा ने बार-बार आरोप लगाया है कि गोगोई ने एक अनिर्दिष्ट वर्ष में 15 दिनों के लिए पाकिस्तान का दौरा किया था, जिसे अब वे आईएसआई के निमंत्रण पर किया गया दौरा बता रहे हैं। उन्होंने युवाओं के एक प्रतिनिधिमंडल का भी उल्लेख किया है, जिसे गोगोई 2015 में नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग ले गए थे । यह प्रतिनिधिमंडल उनके द्वारा स्थापित संगठन यूथ फोरम ऑन फॉरेन पॉलिसी की पहल पर लिया गया था। हिमन्ता ने दावा किया कि गोगोई युवाओं का ब्रेनवॉश करने के लिए उन्हें वहां ले गए थे।
गौरव गोगोई ने दिया आडवाणी की पाकिस्तान यात्रा का हवाला
इस आरोप को बेतुका बताते हुए गौरव ने कहा कि युवकों ने कश्मीर, युद्ध और आतंकवाद पर तत्कालीन पाकिस्तान उच्चायुक्त की नीतियों पर व्यापक सवाल उठाए थे और प्रतिनिधिमंडल में मौजूद एक पत्रकार ने उस यात्रा पर एक लेख भी प्रकाशित किया था। गोगोई ने भाजपा नेताओं की पाकिस्तान यात्राओं का हवाला दिया। आडवाणी की 2005 की यात्रा का हवाला देते हुए गोगोई ने कहा, “वह जिन्ना की कब्र पर भी गए थे, वहां चादर चढ़ाई थी और जिन्ना की प्रशंसा की थी।”
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2014 में मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में नवाज शरीफ की उपस्थिति
गौरव गोगोई ने 2014 में मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की उपस्थिति और 2015 में मोदी की लाहौर की यात्रा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “जिस साल मोदी नवाज शरीफ को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने लाहौर गए थे, उसी साल हमने पाकिस्तान के उच्चायुक्त के साथ सवाल-जवाब भी किया था। हमारा जाना अपराध है और मोदी का जाना बिरयानी कूटनीति है?”
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “मैंने पहले भी लिखा है कि मुझे पाकिस्तान के नेतृत्व पर कोई भरोसा नहीं है कि वे अपने आतंकवादी-खुफिया-सैन्य गठजोड़ को तोड़ देंगे। हम जिन्ना की प्रशंसा करने नहीं गए थे, हम नवाज शरीफ को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने नहीं गए थे। इस एसआईटी का सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं है। यह एक राजनीतिक और बदनाम करने वाली चाल है।” पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स