प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ आज द्विपक्षीय बैठक होने वाली है। इस बैठक के दौरान जेट इंजन डील, 5जी और 6जी स्पेक्ट्रम पर प्रीडेटर ड्रोन की खरीद, महत्वपूर्ण सहयोग सहित कई मुद्दों पर चर्चा आगे बढ़ेगी। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने यह जानकारी दी।
जेक सुलिवन ने उन रिपोर्ट्स की पुष्टि नहीं की कि अमेरिका खाड़ी देशों और अन्य अरब देशों को जोड़ने के लिए भारत और अरब दुनिया के साथ एक प्रमुख रेल समझौते की घोषणा करने की योजना बना रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि यह एक पहल है जिसमें अमेरिका ने अपने सहयोगियों के साथ प्रयास किया है।
जेक सुलिवन ने कहा, “हमारा मानना है कि भारत से पूरे मध्य पूर्व में यूरोप तक कनेक्टिविटी अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण है और इससे इसमें शामिल सभी देशों को महत्वपूर्ण आर्थिक लाभ के साथ-साथ रणनीतिक लाभ भी मिलेगा। लेकिन किसी भी संभावित घोषणा के संबंध में चीजें कहां तक पहुंचती हैं इसको लेकर मैं कुछ नहीं कह सकता।”
वहीं जेक सुलिवन से पूछा गया कि क्या जी20 सदस्य देशों के संयुक्त बयान की उम्मीद की जा सकती है,इसपर उन्होंने कहा कि वह भविष्यवाणी नहीं करेंगे, लेकिन अमेरिका इसे पूरा करने के लिए अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “क्या हर देश आगे आएगा, जिम्मेदार होगा, रचनात्मक होगा? अगर इसका उत्तर हां है, तो हमें एक संयुक्त बयान मिलेगा। लेकिन यह बताना जल्दबाजी होगी।”
बता दें कि जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी इस बार भारत कर रहा है। 2008 में G 20 का गठन हुआ था। भारत पहली बार इसकी मेजबानी करने जा रहा है। G 20 में 19 देश शामिल हैं और यूरोपियन यूनियन इसका 20वां सदस्य है। G20 शिखर सम्मेलन की बैठक में हिस्सा लेने के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन नहीं आ रहे हैं लेकिन दोनों देशों के प्रतिनिधि बैठक में मौजूद रहेंगे।
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 देश के राष्ट्र अध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। 9 और 10 सितंबर को दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन का आयोजन होना है।