देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन हो गया है। उन्होंने 92 वर्ष की आयु में आखिरी सांस ली। दिल्ली एम्स में उन्हें गुरुवार रात को ही भर्ती कराया गया और रात को उन्होंने आखिरी सांस ली। मनमोहन सिंह की जिंदगी से जुड़े कई किस्से हैं। आखिरी बार मनमोहन सिंह 7 अगस्त 2023 को संसद में पहुंचे थे। दिल्ली सेवा बिल को लेकर राज्यसभा में बहस चल रही थी। इस बिल के समर्थन में वोटिंग के लिए देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व्हीलचेयर पर संसद में पहुंचे थे। मनमोहन सिंह लंबे समय से बीमार थे।

पीएम ने संसद में की थी तारीफ

मनमोहन सिंह के संसद में व्हीलचेयर पर आने पर पीएम मोदी ने उनकी जमकर तारीफ की थी। पीएम मोदी ने कहा था, “उनको पता है कि विजय सरकार की होने वाली है। इसके बावजूद वह व्हीलचेयर पर संसद में आए और वोट किया। मुझे लगता है एक सांसद अपने दायित्व के लिए कितना सजग है, यह उसका उदाहरण है। यह कितना प्रेरणादाई दृश्य है। सवाल यह नहीं है कि वह किसे ताकत देने के लिए वोट देने आए। मैं मानता हूं कि वह लोकतंत्र को ताकत देने के लिए वोट करने आए। इसलिए आज विशेष रूप से मैं उनकी दीर्घायु के लिए प्रार्थना करता हूं। वह निरंतर हमारा मार्गदर्शन करते रहे ऐसी मैं अपेक्षा करता हूं।”

पीएम मोदी ने निधन पर जताया दुख

मनमोहन सिंह के निधन पर दुख जताते हुए पीएम मोदी ने X पर लिखा, “भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर शोक मनाता है। साधारण परिवार से उठकर वह एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बने। उन्होंने वित्त मंत्री सहित विभिन्न सरकारी पदों पर कार्य किया और वर्षों तक हमारी आर्थिक नीति पर एक मजबूत छाप छोड़ी। संसद में उनका हस्तक्षेप भी व्यावहारिक था।”

देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन, 92 वर्ष की उम्र में ली आखिरी सांस

पीएम मोदी ने अपने सीएम कार्यकाल का भी जिक्र करते हुए लिखा, “जब डॉ. मनमोहन सिंह जी प्रधानमंत्री थे और मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तब मेरे और उनके बीच नियमित बातचीत होती थी। हम शासन से संबंधित विभिन्न विषयों पर व्यापक विचार-विमर्श करेंगे। उनकी बुद्धिमत्ता और विनम्रता सदैव झलकती रहती थी। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं। हम डॉ. मनमोहन सिंह जी के परिवार, उनके दोस्तों और अनगिनत प्रशंसकों के साथ हैं। ॐ शांति।”

मनमोहन सिंह 2004 से 2014 के बीच कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने 1991-96 के दौरान पीवी नरसिम्हा राव के नेतृत्व वाली सरकार में वित्त मंत्री के रूप में भी काम किया है, जब देश में व्यापक आर्थिक सुधार हुए थे। मनमोहन सिंह का जन्म 1932 में एक ऐसे क्षेत्र में हुआ था जो अब पाकिस्तान का हिस्सा है। पढ़ें अपने पीछे कितनी संपत्ति छोड़ गए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह?